
भोपाल, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उमंग सिंघार ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका सरकार ने जिस सऊदी अरब की अल्फानार कंपनी को दिया है, उसके पदाधिकारी पाकिस्तानी नागरिक है। सिंघार ने आशंका जाहिर करते हुए कहा है कि पाकिस्तानी नागरिक जिस कंपनी के कर्ताधर्ता हों उनके पास सवा करोड़ भारतीयों की निजी, बैंक खातों की जानकारी सहित डेटा पहुंचना गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने साेमवार काे अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनियों के कर्ताधर्ताओं की पाकिस्तान सरकार के अफसरों के साथ तस्वीरें दिखाईं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में अभी तक 24 लाख 96 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। यह कंपनी कौन सी है, देश की या विदेश की यह सवाल है। क्या पाकिस्तानी लोग हैं। प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम सऊदी अरब की अलफानार ग्रुप को दिया है। दोनों कंपनियां मध्यप्रदेश में मीटर लगा रही है। पश्चिम क्षेत्र में ठेका भी निरस्त किया, कागज पूरे नहीं थे। 897 करोड़ का ठेका था। मध्य क्षेत्र में 1100 करोड़ का ठेका दिया, कुल 2 हजार करोड़ का ठेका दिया। जब कंपनी के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं तो ठेका क्यों दिया। कंपनी के कई अधिकारी पाकिस्तान के मूल नागरिक हैं। भारत में दस्तावेजी प्रक्रिया में लापरवाही कर रहा था, तब पाकिस्तान से कंपनी ने एग्रीमेंट किया। मैन पावर पाकिस्तान का है। इसके प्रोजेक्ट मैनेजर पाकिस्तान के जहर इकबाल शाह और संपर्क अधिकारी नईम अब्बास पाकिस्तान नागरिक है। अल्फानार कंपनी ने अक्टूबर 2024 में पाकिस्तान सरकार के साथ एक एमओयू भी साइन कर ओवरसीज रोजगार कॉरपोरेशन स्थापित किया है। इसमें तय किया गया है कि अल्फानार कंपनी में मानव संसाधन पाकिस्तान से ही उपलब्ध कराया जाएगा। जब यह एमओयू साइन हुआ, उस समय पाकिस्तान उच्च आयोग के राजदूत अहमद फारुक और पाकिस्तान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सहायक जवाद सोहराब मलिक भी मौजूद थे। मोदी बात करते हैं पाकिस्तान से बिजनेस नहीं करेंगे और पीछे रास्ते से पाकिस्तान की मदद की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि जासूसी का मीटर है। इससे देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा हो रहा है। भारत के अंदर स्थापित किये जा रहे हैं, साल 2020 में अधिसूचना जारी हुई।
ठेका निरस्त करने की मांग सिंघार ने कहा- केंद्र ने कंपनी का रजिस्ट्रेशन नहीं किया है फिर भी प्रदेश में अल्फानार कंपनी कैसे काम कर रही है। अडाणी कंपनी ने इसके 50% शेयर खरीदे हैं। स्मार्ट ग्रिड फोरम ने कंपनी को लेकर चेतावनी दी है। यूपी हरियाणा में इस कंपनी को बैन किया गया है। 25 करोड़ लोगों का डेटा देश से बाहर जा रहा है। कंपनी के माध्यम से क्या अडाणी पाकिस्तान के जासूस बन गए हैं? इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर लोगों से आधार, वोटर आईडी, बैंक खाता जैसी जानकारियां मांगी जा रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इस डाटा का विदेशी कंपनी दुरुपयोग कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने कंपनी को ठेका देकर हर घर में पाकिस्तान की जासूसी का नया रास्ता खोल दिया है। उमंग सिंघार ने सरकार से तत्काल ठेका निरस्त करने की मांग की है।
—————
(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
