औरैया, 18 जून (Udaipur Kiran) । शादी के 14 दिन बाद ही पति की हत्या कराने वाली प्रगति के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दी। पुलिस ने 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की जिसमें 32 गवाह बनाए गए और छह आरोपी बनाए गए। सभी आरोपी जेल में हैं। प्रगति ने मुंह दिखाई में मिले रुपए और जेवर बेचकर कॉन्ट्रेक्ट किलर को रुपए दिए थे।
मूल रूप से मैनपुरी के भोगांव के नगला दीपा निवासी सुमेर यादव वर्तमान में दिबियापुर में सेहुद मंदिर के पास रहकर हाइड्रा और जेसीबी का कारोबार करते हैं। उनके चार बेटे इसी कारोबार में हैं। सुमेर के दूसरे नंबर के बेटे दिलीप की शादी पारुल की बहन प्रगति से 5 मार्च 2025 को हुई। पांच दिन बाद वह मायके आ गई। 19 मार्च को दिलीप हाइड्रा लेकर तिर्वा से दिबियापुर आ रहा था। इस बीच सहार के पटना नहर के पास बाइक सवार पोल उठवाने के बहाने उसे उठा ले गए। जहां उसे मारपीट कर गोली मार दी । मरा समझकर हत्यारे भाग निकले। इसके बाद ग्रामीणों ने जब देखा तब दिलीप को सैफई अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां 21 मार्च को दिलीप ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आसपास के करीब एक दर्जन सीसीटीवी खंगाले और लोगों से पूछताछ की। सीसीटीवी में एक आरोपी अछल्दा निवासी रामजी नागर जो कि बीते दिन ही जेल से आया था। उसे गिरफ्तार किया और प्रगति के प्रेमी अनुराग को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद प्रगति को उसकी ससुराल नगला दीपा मैनपुरी से गिरफ्तार कर लिया। तब खुलासा हुआ कि प्रगति ने मुंह दिखाई और जेवर बेचकर दिलीप की हत्या के लिए एक लाख दिए थे और एक लाख रुपए और देने थे।
चार्जशीट के अनुसार प्रगति ने पूछताछ में बताया कि प्रेमी अनुराग का घर उसके गांव के पड़ोस में है और दोनों परिवार के बीच कई पीढ़ियों से रंजिश चली आ रही थी। अनुराग के हाई फाई स्टाइल से वह प्रभावित हुई और उसके संपर्क में आ गई। इसके बाद उसकी शादी दिलीप से तय हुई तो उसने घर में अनुराग के बारे में नहीं बताया कि घर वाले राजी नहीं होगे। अनुराग ने पुलिस को बताया कि उसने और प्रगति ने तय किया कि शादी के बाद दिलीप को रस्ते से हटा देंगे और दिलीप की सम्पति प्रगति को मिलेगी। विधवा होने पर वह प्रगति से शादी कर लेगी। दिलीप को हटाने के लिए उसने अपने मौसी के बेटे चमरौआ निवासी दुर्लभ यादव से बात की। चार्जशीट के अनुसार अनुराग ने बताया कि पहले उसने प्रगति से मना किया लेकिन रुपयों के लालच में वह फिर राजी हो गया। पुलिस ने प्रगति, अनुराग, दुर्लभ, रामू और शिवम को आरोपी बनाया। इसमें पुलिस ने 32 लोगों को गवाह बनाया है।
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(Udaipur Kiran) कुमार
