
बाराबंकी, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में देवा कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में रविवार को बंद कमरे में दंपति के शव मिले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से धारदार हथियार को कब्जे में लेकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कोतवाल अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मृतकों की पहचान गोपालपुर गांव में रहने वाले रोहित (28) उसकी पत्नी मुन्नी देवी (27)के रूप में हुई है। परिजनों के मुताबिक, दोनों की शादी 13 फरवरी 2020 को हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए थे। इसकी वजह से मुन्नी मायके चली गई और तीन साल तक वहीं रही। दो महीने पहले ही वह अपने ससुराल आई और पति के साथ रह रही थी। दंपति का चार साल का एक बेटा भी है। महिला मुन्नी पांच माह की गर्भवती थी।
रविवार सुबह परिजनों को रोहित का शव जमीन पर खून से सना हुआ और बहू मुन्नी की लाश फांसी के फंदे से लटकी मिली। कमरे में पास ही एक बांका भी मिला। घटना की जानकारी लगते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर मुन्नी के परिवार वाले और पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने फोंरेसिंक टीम के साथ घटनास्थल की जांच कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मायके पक्ष ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि साजिशन हत्या है और इसके पीछे लड़के की मां का हाथ है। मृतक महिला मुन्नी के भाई सुरेश ने बताया कि शनिवार को बहनाेई रोहित, उसकी बहन और सास के बीच कुछ कहासुनी हुई थी। इस दौरान बहनाेई ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रोहित को समझाकर बाहर निकाला और शांति भंग में उसका चालान कर दिया था। मुचलका भरकर रिहा होने के बाद बहनाेई घर आ गया था। रविवार को यह घटना सामने आयी।
कोतवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। अभी तक किसी भी पक्ष की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। फिलहाल मृतक रोहित की मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।—————
(Udaipur Kiran) / पंकज कुमार चतुवेर्दी
