
पुलिस दबाव में मामले का नहीं कर रही है खुलासा, दबंग पीड़ित परिवार का कर रहें है उत्पीड़न
प्रयागराज, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुंशी
प्रेमचन्द्र
की लिखित पाण्डुलिपियों सहित करोड़ों की हुई चोरी के मामले में पुलिस अब तक खुलासा नहीं कर सकी। पीड़ित कारोबारी ने न्याय पाने के लिए शुक्रवार को मीडिया से कहा कि पड़ोसी भू माफिया के दबाव में जानबूझकर पुलिस उत्पीड़न कराने में जुटी है।
कर्नलगंज थाना क्षेत्र के बी.के.बनर्जी मार्ग जगराम नया कटरा निवासी कनक भार्गव पत्नी स्वर्गीय त्रिभुवन नाथ भार्गव ने बताया कि शादी होने के बाद जब ससुराल 1960 में पहली बार आयी तो अपने पुश्तैनी मकान कटरा बाजार में स्टेशनरी किताब कापी की दुकान वाले घर में रहने लगी और शादी का पुरा गृहस्थी का सामान रख दिया गया और जीवन यापन करने लगे। हमारे पति अपने कारोबार में लग गए। उसे कारोबार को आगे मेरा बेटा आगे बढ़ता चला गया। परिवार बढ़ा तो हम लोग दूसरे स्थान पर कटरा जगराम चौराहे के समीप घर बनाकर रहने लगे। हमारे ही परिवार का सात भाग में बंटवारा हुआ तो बाद में देवर प्रेमनाथ भार्गव ने अपना हिस्सा दूसरे के हाथ बेच दिया। जिसे राजेश गुप्ता, श्रीनाथ गुप्ता ने खरीद लिया। हालांकि हम लोगों का उस घर में आना जाना लगा रहा। इसी दौरान पड़ोसी की नियत खराब हो गई और उसने दस फिट दुकान भी कब्जा कर लिया। जिसका विवाद चल रहा है। गत 30 जून को पड़ोसी भूमाफिया श्रीनाथ गुप्ता और राजेश गुप्ता ने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ सेंध लगाकर दुकान में रखी
पाण्डुलिपियों , अष्टधातु की मूर्ति सहित करीब 6 करोड़ का सामान उठा ले गए। इस संबंध में पुलिस को सूचना दी गई । लेकिन दबंगों के दबाव में पहले मुकदमा नहीं दर्ज कर रही थी। हालांकि बाद में इस मामले में किसी तरह मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। चोरी की सूचना पर फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची थी।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस जानबूझकर अभियुक्तों को संरक्षण देकर मेरा उत्पीड़न कराने में जुटी हुई है। मैं पुलिस के अधिकारियों को अवगत कराना चाहती हूं कि यदि पुलिस 48 घंटे में खुलासा नहीं किया तो पुलिस की काली करतूतों की शिकायत के साथ ही अभियुक्तों का काला चिट्ठा लेकर मुख्यमंत्री के पास जाऊंगी।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल
