
– भारतीय दूतावास पहुंचा मामला, एसपी ने आरक्षक को लाइन अटैच
भोपाल, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के भिंड जिले में गोहद चौराहा थाना अंतर्गत स्टेशन रोड पर लंदन से आए एनआरआई दंपत्ति और उनके परिवार पर एक आरक्षक द्वारा बदमाशों से हमला कराने का मामला सामने आया है। शनिवार दोपहर ग्रामीणों ने एनआरआई दंपति को न्याय दिलाने की मांग को लेकर थाना घेराव किया। एक दर्जन से अधिक ग्रामों के दो सौ से ज्यादा लोग रैली के रूप में स्टेशन रोड से होते हुए गोहद चौराहा थाने पहुंचे। यहां सिख समाज के लोगों ने ‘वाहे गुरु’ का जाप कर जमीन पर बैठकर न्याय की मांग की।
सिख समाज के लोगों ने गोहद चौराहा थाने में पदस्थ आरक्षक पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया। समाज के लोग आरक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग पर अड़े रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए भिंड के पुलिस अधीक्षक असित यादव ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करते हुए थाने से हटाकर लाइन अटैच कर दिया है। इस मामले की शिकायत भारतीय दूतावास में भी की गई है।
जानकारी के अनुसार, एनआरआई डॉ. विक्रमजीत सिंह दो दिन पहले यानी बीते गुरुवार को अपनी पत्नी राजवीर कौर, बेटी रवनीत और बेटे रोहनप्रीत के साथ लंदन से लौटकर गोहद के जसवंतपुरा गांव ससुराल जा रहे थे। बताया जाता है कि वह ढाई साल बाद परिवार के साथ यहां आए थे। रास्ते में स्टेशन रोड पर फल खरीदने के लिए कार रोकी गई, तभी वहां मौजूद गोहद चौराहा थाने का आरक्षक कुलदीप कुशवाहा सिविल ड्रेस में पहुंचा। आरोप है कि आरक्षक कुशवाहा ने कार हटाने को लेकर अभद्रता की और गाड़ी का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस पर डॉ. विक्रमजीत ने विरोध करते हुए उसकी पहचान और आईडी पूछी तो मामला बिगड़ गया। परिजनों का कहना है कि आरक्षक ने फोन कर बदमाशों को बुलाया और धमकी दी कि हथियार लेकर आओ।
विक्रमजीत सिंह ने बताया कि वे डर के चलते परिवार को कार में बैठाकर वहां से निकल गए। रास्ते में जसवंतपुरा की ओर बढ़ते समय एक ढाबे के पास कुछ लोग पहले से खड़े मिले। उन्होंने गाड़ी रोकने की कोशिश की और न रुकने पर चलती कार पर डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में कार के शीशे टूट गए और बेटे रोहनप्रीत सिंह के चेहरे और बेटी रवनीत कौर के हाथ में चोट आई। घटना का वीडियो शुक्रवार को सामने आते ही सिख समाज में आक्रोश है। घटना का वीडियो शुक्रवार शाम सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
घटना के बाद एनआरआई परिवार थाने पहुंचा और शिकायत की। आरोप है कि थाना प्रभारी ने मामला दबाने की कोशिश की और उल्टा कहा कि “तुम्हें आरक्षक पर कार चढ़ा देनी चाहिए थी।” इससे गुस्साए पीड़ित ने साफ कहा कि कार में डिजिटल कैमरे लगे हैं और पूरी घटना रिकार्ड हुई है। शिकायत भारतीय दूतावास तक पहुंची, जिसके बाद मामला गंभीर हो गया। सिख समाज के लोग भी थाने पहुंच गए और आरक्षक पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़ गए।
एनआरआई दंपत्ति पर हमले के मामले में शनिवार को सिख समाज ने गोहद चौराहा थाने का घेराव किया। थाने के बाहर पहुंचे ग्रामीण जमीन पर बैठकर नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारियों ने थाना प्रभारी को हटाने और आरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग रखी। स्थिति को संभालने पहुंचे एसडीओपी महेंद्र सिंह गौतम और थाना प्रभारी रोहित गुप्ता सहित पुलिस अधिकारी भी जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से चर्चा करते नजर आए। अधिकारियों ने एनआरआई दंपति को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक थाना प्रभारी को हटाया नहीं जाता और आरक्षक के खिलाफ केस दर्ज नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस विरोध में सर्व समाज के लोग और जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक असित यादव ने मामले को गंभीर मानते हुए आरक्षक कुलदीप कुशवाहा को तत्काल थाने से हटाकर लाइन अटैच कर दिया। वहीं, गोहद विधायक केशव देसाई भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित पक्ष को आश्वस्त किया। उन्होंने बताया कि आरोपी आरक्षक के खिलाफ पहले भी शिकायतें रही हैं। इस घटना से सिख समाज में गहरा आक्रोश है और लोग अब भी आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सिख समाज की मांग है कि आरक्षक पर एफआइआर दर्ज करने के साथ ही गाड़ी पर लाठी-डंडें मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
(Udaipur Kiran) तोमर
