
उज्जैन, 20 जून (Udaipur Kiran) । पुलिस ने एक लुटेरी दुल्हन सहित पांच लोगों के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज कर लिया है। रिश्ता दुल्हे के मौसा ने 1 लाख 91 हजार रू. में करवाया था। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 4 लोगों को हिरासत में ले लिया है। समझा जाता है कि एक बड़ा रैकेट पकड़ में आएगा।
पूरा मामला इसप्रकार है-
उज्जैन जिले की घट्टिया तहसील के ग्राम बिछड़ोद निवासी 35 वर्षीय युवक संजय बैरागी का विवाह नहीं हो रहा था। पेशे से वह वाहन चालक है। उसके विवाह के लिए उसके मौसा ने इंदौर की एक लडक़ी का रिश्ता करवाने की बात कही। संजय को उसके परिवार के साथ मौसा ने बड़वाह भेजा। यहां संजय ने दो लड़कियां देखी और उनमें से एक भावना मराठे पसंद आई,जोकि लक्ष्मीपुरा,मरीमाता चौराहा,इंदौर की रहनेवाली है। भावना ने भी संजय को पसंद कर लिया और कहाकि उसका घर वीडियो कॉल के माध्यम से दिखाए। संजय ने घर दिखाया तो उसने विवाह की सहमती दे दी। इसके बाद भावना के परिवारवालों ने बिछड़ोद आने के लिए टेक्सी कार हेतु 11 हजार रू. मांगे,जो संजय ने ऑनलाइन भेज दिए। भावना और अन्य लोग परिजन बनकर 16 जून को संजय के घर पहुंचे तथा विवाह को लेकर अंतिम बातें तय कर ली। तय हुआ कि विवाह के पहले संजय 1 लाख 80 हजार रू. नकद देगा। उन्होने ऐसा ही किया।
विवाह के दो दिन ही निकले कि भावना अपने मायके जाने की जीद करने लगी। संजय ने परिजनों को बताया कि भावना का व्यवहार संदिग्ध है। वह दो दिन से उसके साथ पत्नि की तरह न रहते हुए दूरी बनाकर रह रही है। एक दिन तबियत खरबा होने तथा दूसरे दिन मासिक धर्म का कहकर वह दूर रही। इस पर संजय के परिजनों ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया। जब भावना ने मोबाइल फोन पर किसी से बात की तो कहाकि उसका यहां दम घुट रहा है,उसे आकर ले जाओ। तब परिवार के लोगां का शक पक्का हो गया कि कोई गड़बड़ है।
इधर दो महिलाएं संजय के घर भावना को लेने पहुंची। बातचीत में जब गर्मागर्मी हुई तो संजय के घर आई एक महिला ने संजय को धमकाया कि इंदौर के विधायक उनके रिश्तेदार है,धमकी मत देना। इस पर संजय ने तुरंत तीनों को कमरे में बंद किया ओर पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची ओर तीनों को थाने पर लाई। यहां पूछताछ में इन्होने अपना नाम भावना माराठे,सुधा पाण्डे तथा सोनू रायकवार निवासी मरीमाता,इंदौर बताया।
पुलिस ने विवाह तय करवानेवाले संजय के मौसा विष्णुदास बैरागी को भी पूछताछ के लिए रोक लिया। जब पक्का हो गया कि ये संजय के साथ धोखाधड़ी में शािमल थे तो इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए इन्हे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में इनके पांचवे साथी का नाम सामने आया,जोकि इस गैंग का मुखिया है। उसकी गिरफ्तारी शेष है।
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
