
बलिया, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश की बलिया पुलिस ने मनावता की मिसाल कायम की है। जिले की पुलिस ने एक घर में अकेले रह रहे वृद्ध के लिए देवदूत बन गई। परिवार की गैरमौजूदगी में अचेतावस्था में पड़े 75 वर्षीय वृद्ध को सीपीआर देकर पुलिस कर्मियाें ने जान बचाई। यह खबर अब चर्चा का विषय बनी हुई है।
बेल्थरारोड के वार्ड नंबर आठ मंत्री जी गली निवासी सुरेंद्र प्रसाद (75)अपने घर में अकेले रहते हैं। सुरेंद्र प्रसाद के दो पुत्र अजय कुमार व विजय कुमार मुंबई में सब्जी का कारोबार करते हैं। पत्नी के निधन के बाद वे अकेले ही अपने घर में रह रहे हैं। दो दिनों से उनके घर का दरवाजा न खुलने और कोई गतिविधि न हाेने पर पड़ोसियों को आशंका हुई। उन्होंने इसकी सूचना सुरेंद्र प्रसाद के रिश्तेदार बब्लू प्यारे को दी। बब्लू प्यारे जब मौके पर पहुंचे तो उन्होंने आसपास के लोगों की मदद से लकड़ी की सीढ़ी के सहारे ऊपर की खिड़की खोलकर घर के अंदर प्रवेश किया। अंदर वृद्ध सुरेंद्र अपने बिस्तर पर अचेत अवस्था में पड़े थे। उन्हें मृत समझते हुए तुरंत इसकी सूचना सीयर पुलिस चौकी प्रभारी मुकेश कुमार को दी गई।
सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी मुकेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पहली मंजिल पर कमरे में पहुंचकर उन्होंने देखा कि वृद्ध की सांसें धीमी चल रही हैं। बिना देर किए पुलिस कर्मियों ने वृद्ध को नीचे लाकर सीपीआर देना शुरू किया। पुलिस कर्मियों के प्रयास से कुछ ही देर में वृद्ध की सांसें सामान्य होने लगीं, जिसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से सीएचसी सीयर भेजा गया, जहां डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई मानवीय संवेदना दिखाई है।
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(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी
