

गांधीनगर, 24 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में प्रतिवर्ष आषाढ़ी दूज पर आयोजित होने वाली परंपरागत रथयात्रा की 148वीं कड़ी शांति-सुरक्षा के साथ सफलतापूर्वक संपन्न कराने को पुलिस प्रशासन की सज्जता की मंगलवार को गांधीनगर में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सूक्ष्मतापूर्वक समीक्षा की।
इस उच्च स्तरीय बैठक में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव पंकज जोशी, मुख्यमंत्री एवं गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त जी. एस. मलिक, अहमदाबाद महानगर पालिका आयुक्त बंछानिधि पाणि तथा वरिष्ठ सचिव एवं उच्च पुलिस अधिकारी सहभागी हुए।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद सहित राज्य में 213 से अधिक स्थानों पर आयोजित होनेवाली रथयात्रा को जन उमंग एवं उल्लास का धर्म पर्व बताया। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रथयात्रा का यह त्योहार शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने को प्रतिबद्ध है।
अहमदाबाद महानगर में भक्तिभावपूर्ण वातावरण में आयोजित होने वाली इस रथयात्रा के 16 किलोमीटर लंबे रूट पर कानून-व्यवस्था तथा यात्रा के दौरान शांति-सुरक्षा व व्यवस्थाओं के विषय में अहमदाबाद शहर पुलिस द्वारा जो तैयारी की गई है, उसका गहन विवरण मुख्यमंत्री एवं गृह राज्य मंत्री के समक्ष इस बैठक में विस्तृत प्रेजेंटेशन के जरिए दिया गया।
प्रेजेंटेशन में बताया गया कि इस वर्ष रथयात्रा में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का शहर पुलिस प्रशासन द्वारा क्राउड अलर्ट एवं फायर अलर्ट के लिए उपयोग किया जाएगा।
एआई के उपयोग के फलस्वरूप रथयात्रा रूट पर किसी भी स्थान पर अपेक्षा से अधिक लोग इकट्ठा हो गए हों, तो उनका सरलता से प्रबंधन हो सकेगा और इसके चलते भीड़ को काबू में रखा जा सकेगा तथा अप्रिय घटना को घटने से टाला जा सकेगा।
इतना ही नहीं, कहीं आग की कोई घटना घटेगी, तो वहां भी फायर ब्रिगेड तथा पुलिस तत्काल राहत-बचाव के लिए पहुंच सके, इसके लिए फायर अलर्ट उपयोगी होगा।
पुलिस आयुक्त ने इस रथयात्रा महोत्सव को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए शहर की पुलिस व्यवस्था की सज्जता को दर्शाने वाले प्रेजेंटेशन में कहा कि रथ लयात्रा को सफल बनाने के लिए आईजी स्तर से लेकर पुलिस कर्मियों तक एसआरपी, चेतक कमांडो और रैपिड एक्शन फोर्स की बटालियन सहित कुल 23,884 से अधिक सुरक्षाकर्मी लगातार ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
मुख्यमंत्री के समक्ष दिए गए इस प्रेजेंटेशन में बताया गया कि रथयात्रा में भाग लेने वाले रथों, ट्रकों, अखाड़ों, भजन मंडलियों और महंतों की सुरक्षा के लिए रथयात्रा के साथ-साथ मूविंग व्यवस्था में करीब 4500 पुलिस कर्मी शामिल रहेंगे।
समग्र यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम के निवारण और सुचारु ट्रैफिक प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में करीब 1000 जवान तैनात रहेंगे। इतना ही नहीं, 23 क्रेनों की भी व्यवस्था की गई है।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि रथयात्रा के दौरान मॉनिटरिंग प्रबंधन के लिए 227 कैमरा, 41 ड्रोन, 2872 बॉडीवॉर्न कैमरा के माध्यम से लाइव मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा 240 छत प्वाइंट और 25 वॉच टावर की व्यवस्था भी की गई हैं। 16 किलोमीटर के समग्र रथयात्रा रूट पर इन सभी व्यवस्थाओं से पुलिस नियंत्रण कक्ष द्वारा खास नजर रखी जा सकेगी।
प्रेजेंटेशन में बताया गया कि रथयात्रा के रूट पर स्थित लगभग 484 पुराने-जर्जर भवनों-मकानों पर चढ़कर लोग रथयात्रा न देखें, इस उद्देश्य से शहर पुलिस आयुक्त तथा महानगर पालिका द्वारा इन स्थानों पर चेतावनी सूचक बोर्ड और अवरोध लगाए गए हैं, ताकि लोग ऐसे स्थानों पर न जा सकें।
इस प्रेजेंटेशन में बताया गया कि इस रथयात्रा के दौरान नागरिकों की सहायता के लिए रथयात्रा के मार्ग पर 17 जन सहायता केंद्र और 44 पब्लिक एड्रेस सिस्टम प्रणालियां स्थापित की जाएंगी।
इस परंपरागत रथयात्रा को साम्प्रदायिक एकता, सद्भाव तथा सौहार्द का उत्सव बनाने के लिए रथयात्रा से पहले शहर पुलिस प्रशासन द्वारा शांति समिति की 177, मोहल्ला समिति की 235, महिला समिति की 57, विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ 21 बैठकें तथा भगवान के रथ खींचने वाले खलासी भाइयों व अखाड़ा संचालकों के साथ 10 बैठकें आयोजित की गईं।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री के समक्ष प्रेजेंटेशन में जानकारी दी गई कि एकता कप क्रिकेट मैच, वॉलीबॉल टूर्नामेंट, मेहंदी स्पर्धा तथा ब्लड डोनेशन कैम्प जैसे सामाजिक एकता की चेतना के प्रति जागरूकता लाने वाले कार्यक्रमों का भी सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद के अलावा राज्यभर में जिन-जिन स्थानों पर रथयात्रा आयोजित की जाती है, वहाँ शांति, सुरक्षा और सौहार्द के वातावरण में रथयात्रा का आयोजन संपन्न कराने के लिए राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय से भी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर उन्हें मार्गदर्शन प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि रथयात्रा का यह उमंग पर्व जन-भागीदारी, पुलिस व्यवस्था की सतर्कता और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न होगा।
इस समीक्षा बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस आयुक्त, क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ सचिव एवं उच्च पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad
