
जींद, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । एडीजीपी हिसार केके राव ने मंगलवार को पुलिस लाइन जींद में सभी डीएसपी, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज, थाना एमएचसी, सिपाही, क्राइम यूनिट, ट्रैफिक कर्मी, कंट्रोल रूम सहित करीब 450 अधिकारी एवं कर्मचारियों को ब्रीफ किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, एएसपी सोनाक्षी सिंह मौजूद रहे।
एडीजीपी केके राव ने किसी भी अपराधिक घटना की सूचना प्राप्त होने पर कम से कम समय में मौका पर अपराधी तक पहुंचने के लिए रिस्पांस टाइम कम करने बारे निर्देश दिए। पुलिस ग्राउंड स्तर पर अपनी ड्यूटी को सजगता से करते हुए एक दूसरे से समन्वय स्थापित करके क्राइम कंट्रोल करें तथा इस संबंध में कहा कि डायल 112 की अहम भूमिका रहती है। डायल 112 पर पुलिस कर्मचारियों की अलग-अलग दो शिफ्ट रहती है। जिसमें प्रत्येक शिफ्ट 12 घंटा की ड्यूटी करती है। जिनका थाना स्तर पर थाना मुंशी अपने रोजनामचा में उनकी रवानगी वापसी करके शिफ्ट चेंज करने का जिम्मेवार होगा। डीएसपी, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज उनको समय-समय पर निरंतर उन्हें चेक करें। उन्होंने कहा कि पुलिस की दृश्यता होनी बहुत जरूरी है ताकि आम जनता में पुलिस का विश्वास बढ़े और क्राइम पर कंट्रोल किया जा सके।
रिस्पांस टाइम पर विशेष ध्यान दिया जाए : एडीजीपी
ईआरवी, पीसीआर, राइडर अन्य सभी द्वारा आपस में समन्वय स्थापित कर उन्हें रिस्पांस टाइम पर विशेष ध्यान होना चाहिए। इन वाहनों पर तैनात सभी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि अपनी ड्यूटी के दौरान आने.जाने वाले संदिग्ध वाहनों की भी चेकिंग करें। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में ओर सुधार करने की आवश्यकता है। सभी थाना मुंशी, पीसीआर, राइडर, नाका के पास वाकी-टॉकी होना चाहिए और उन्हें कंट्रोल रूम इंचार्ज के माध्यम से प्रत्येक दो घंटा में उनकी लोकेशन चेक करने का प्रतिदिन अभ्यास भी किया जाना चाहिए।
उन्होंने नाका पर तैनात कर्मियों को अपनी ड्यूटी सतर्क होकर करने तथा किसी अपराधी घटना की सूचना प्राप्त होने पर तुरंत आपसी तालमेल बनाकर संघन नाकाबंदी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपराधी आमतौर पर ट्रिपल राइडर, बिना नंबर प्लेट वाहन पर सवार होकर घटना को अंजाम देते हैं। इस तरह के संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की चेकिंग पर उन्हें विशेष ध्यान देना चाहिए। किसी भी वारदात के घटित होने पर आमतौर पर देखा गया है कि थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज, सीआईए स्टाफ सभी एक ही प्वायंट पर एकत्रित होने की बजाय उन्हें अलग-अलग सभी बिंदुओं पर काम करना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
