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पीएम गति शक्ति से लॉजिस्टिक्स लागत कम होगी, भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी : गोयल

कार्यक्रम को संबोधित करते पीयूष गोयल
कार्यक्रम को संबोधित करते पीयूष गोयल

– सरकार ने निजी क्षेत्र के लिए पीएम गति शक्ति पोर्टल खोला

नई दिल्‍ली, 13 अक्‍टूबर (Udaipur Kiran News) । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत के बुनियादी ढांचे में बदलाव एवं लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार लाने के उद्देश्य से सरकार के महत्वाकांक्षी पीएम गति शक्ति मिशन ने सभी क्षेत्रों में स्पष्ट प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने दिल्‍ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित पीएम गति शक्ति की चौथी वर्षगांठ पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि लॉजिस्टिक्स लागत, जो लंबे समय से भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए एक चुनौती रही है, अब कम हो रही है।

गोयल ने कहा, हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें दिखाया गया था कि लॉजिस्टिक्स लागत में काफी कमी आने लगी है, खासकर अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी में सुधार के साथ। उन्होंने बताया कि पहले उद्योगों को ट्रक से रेल तक सामग्री के कई बार स्थानांतरण का सामना करना पड़ता था, जिससे अकुशलता और नुकसान होता था। उन्होंने बताया कि खनन और बिजली संयंत्र स्थलों पर सीधी रेलवे साइडिंग बनाने से इस तरह की बर्बादी में काफी कमी आई है।

वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि चार साल पहले शुरू हुए पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान ने अब तक एक लंबा सफर तय किया है। आज इसने भारत के बुनियादी ढांचे की योजना और विकास के तरीके को बदल दिया है और अधिक स्मार्ट, तेज़ और टिकाऊ विकास की ठोस नींव रखी है। इस उपलब्धि को चिह्नित करने वाले कार्यक्रम में कई प्रमुख पहलों का शुभारंभ किया गया, जिनमें एकीकृत भू-स्थानिक इंटरफ़ेस के माध्यम से जनता के लिए पीएम गतिशक्ति, पीएम गतिशक्ति-अपतटीय, सभी 112 आकांक्षी जिलों के लिए जिला मास्टर प्लान और LEAPS, 2025 पुरस्कार शामिल हैं।

अन्य प्रमुख पहलों में ये भी शामिल हैं:-

-एनएमपी डैशबोर्ड, जो ऑनबोर्ड किए गए डेटा स्तरों, पंजीकृत उपयोगकर्ताओं, नियोजित परियोजनाओं और रिपोर्ट की गई समस्याओं के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

-मंत्रालयों और राज्यों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए ज्ञान प्रबंधन प्रणाली।

-हितधारकों द्वारा विकेंद्रीकृत, वास्तविक समय डेटा प्रबंधन की सुविधा के लिए डेटा अपलोडिंग और प्रबंधन प्रणाली (डीयूएमएस)।

-पीएम गतिशक्ति संग्रह का तीसरा खंड इस परिवर्तनकारी पहल के ठोस, जमीनी प्रभाव को प्रदर्शित करता है।

इस अवसर पर निजी क्षेत्र के लिए पीएम गति शक्ति पोर्टल को खोल दिया गया है। इससे उन्हें अंतिम-छोड़ पर डिलिवरी सेवाओं को अनुकूलतम बनाने और बुनियादी ढांचा-आधारित एप्लिकेशन विकसित करने में मदद मिलेगी। यह एक वेबमंच है जो पीएम गतिशक्ति एनएमपी (राष्ट्रीय मास्टर प्लान) से चयनित गैर-संवेदनशील आंकड़ों तक विनियमित पहुंच प्रदान करता है। इससे निजी इकाइयों, सलाहकारों, शोधकर्ताओं और नागरिकों को बुनियादी ढांचा नियोजन और निवेश निर्णयों के लिए बेहतर विश्लेषण का लाभ उठाने में मदद मिलती है।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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