
जयपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । शहर में स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और कचरा डिपो की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम हेरिटेज ने अभिनव पहल की है। निगम ने पुराने कचरा डिपो को स्थायी रूप से बंद कर वहां सौंदर्यीकरण और हरित विकास का कार्य शुरू किया है। इस अभियान के अंतर्गत साफ की गई जगहों को रंगीन टायरों से सजाकर पौधारोपण किया गया है। पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी स्थानीय व्यापारियों को सौंपी गई है, ताकि सफाई व्यवस्था निरंतर बनी रहे।
किशनपोल जोन में चौड़ा रास्ता और किशनपोल बाजार स्थित आठ खुले कचरा डिपो स्थायी रूप से बंद किए गए हैं। इन स्थानों को रंगीन टायरों और पौधारोपण के माध्यम से आकर्षक स्वरूप प्रदान किया गया है। चौड़ा रास्ता और किशनपोल बाजार क्षेत्र में जिम्मेदार दुकानदारों को पौधों की देखभाल का दायित्व सौंपा गया है।
इसी क्रम में सिविल लाइन जोन की टीम ने रेलवे स्टेशन क्षेत्र, हरिपुरा और एनबीसी के सामने किए गए अस्थायी अतिक्रमण को हटाया। अभियान के दौरान दुकानों के बाहर किए गए अतिक्रमण हटाए गए तथा डस्टबिन नहीं रखने वाले दुकानदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। साथ ही, ठेले और दुकानों पर पाई गई सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त कर इसके उपयोग से बचने की समझाइश दी गई। यह कार्यवाही जोन उपायुक्त सुनील कुमार बैरवा के नेतृत्व में की गई।
स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम हेरिटेज ने स्वच्छ वार्ड रैंकिंग समिति का गठन भी किया है। समिति में उपायुक्त स्वास्थ्य युगांतर शर्मा, उपायुक्त पशु प्रबंधन सीमा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्रवण वर्मा, उपायुक्त स्वच्छता सर्वेक्षण देवानंद शर्मा, उपायुक्त कार्मिक कविता चौधरी, उपायुक्त स्टोर अनीता मित्तल और मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सोनिया अग्रवाल को शामिल किया गया है। यह समिति वार्डों का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करेगी और आमजन से संवाद कर निगम की व्यवस्था का फीडबैक लेगी। समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगामी स्वच्छ वार्ड रैंकिंग घोषित की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
