
झज्जर, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) ।राजकीय महाविद्यालय दूबलधन में पीजी कक्षाओं का इंतजार खत्म हो गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा ने कॉलेज में हिंदी व इतिहास के पीजी कोर्स शुरू करने की स्वीकृति दे दी है। राजकीय महाविद्यालय सुधार समिति व एल्युमनाई संघ ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। इन कक्षाओं में अधिक से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने का संकल्प लिया और शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा व उनके प्रशासनिक सहयोगियों का आभार व्यक्त किया है।
प्रोफेसर कुलताज सिंह व सुखचंद कादयान की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मीटिंग में वक्ताओं ने राजस्थान सरकार के सेवा मुक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार के एसीएस विनीत गर्ग और कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर कर्मवीर गुलिया व कॉलेज स्टाफ के प्रति विशेष कृतज्ञता प्रकट की। इनके सामूहिक प्रयास ने आज इस कॉलेज को पीजी संस्थानों की पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया है। प्रोफेसर कुलताज सिंह ने कहा कि मीडिया ने इस कॉलेज की यथार्थ तस्वीर को चंडीगढ़ के सचिवालय तक पारदर्शी तरीके से पहुंचाया। जिसका परिणाम है कि यहां हिंदी व इतिहास स्नातकोत्तर कक्षाओं की अनुमति मिल गई है। मीडिया ने शिक्षा का पारदर्शी स्तंभ होने की भूमिका निभाई है।
कॉलेज सुधार समिति दूबलधन के प्रधान सुखचंद कादयान व सभी सदस्यों ने इलाके की जनता को बधाई दी है और कहा है कि अब रोहतक, झज्जर चरखी दादरी के सीमांत गांव के बच्चे अपने घर के निकट ही उच्चतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने सभी सदस्यों को दाखिला अभियान में जुट जाने का आह्वान किया। पूर्व जिला पार्षद मास्टर जय भगवान ने कहा कि उच्चतर शिक्षा के मामले में हमारा इलाका प्रदेश व देश में सिरमौर होगा। प्रोफेसर अजय कादयान ने कहा कि ये जनता के समर्पित और ईमानदार प्रयास का प्रतिफल है।
नसीब सिंह जैसे बुजुर्ग शिक्षाविद का आशीर्वाद हमारे सिर पर रहा है। उन्होंने कहा कि नशे से दूरी शिक्षा है जरुरी के नारे के साथ घर-घर हमने शिक्षा की अलख जगानी है।सभी सदस्यों ने शैक्षणिक सफलता पर एक दूसरे के गले मिलकर बधाई दी और कॉलेज की तरक्की के लिए दुगनी ताकत से जुटने का संकल्प लिया। इस मौके पर पंडित राजवीर सिंह, सुरेश कोच पूर्व सरपंच, जागेराम माजरा, राजबीर डबास व हवासिंह हेडमास्टर सहित तमाम गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
