Haryana

वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम से जमीन में सेम की समस्या का हुआ स्थाई समाधान

वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम योजना पर अधिकारियों के साथ समीक्षा करते उपायुक्त पाटिल।

झज्जर, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । उपायुक्त स्वप्लिन रविंद्र पाटिल ने शुक्रवार को प्रशासनिक, कृषि और तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त बैठक में जिला में विश्व बैंक आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बेरी खंड में जमीन में से की समस्या के समाधान के लिए वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से सफल सिद्ध हुआ है। इससे किसानों को व्यापक लाभ मिला है।

बैठक में सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सतीश जनावा ने बताया कि बेरी खंड के गांव बेरी, दुजाना और शेरिया की सेमग्रस्त भूमि की समस्या के समाधान के लिए लगभग पांच करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से 45 सोलर ऊर्जा से संचालित वर्टिकल ट्यूबवेल स्थापित किए गए। यह योजना पूरी से सफल रही और सैकड़ों किसानों को लाभ हुआ। इस उपरांत डीघल, धौड़, खरहर आदि गांवों में भी इस योजना का विस्तारीकरण किया गया । डीसी ने इस योजना की पूरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए एसडीएम बेरी की अध्यक्षता में टीम गठित करने के निर्देश दिए।

डीसी पाटिल ने कहा कि प्रदेश सरकार सोच है कि वर्टिकल ड्रेनेज से निकले जल का सदुपयोग होना चाहिए। मत्स्य पालन में इस अतिरिक्त जल का उपयोग बेहतर तरीके से किया जा सकता है। उन्होंने मत्स्य अधिकारी को इस संबंध में किसानों और मत्स्य पालकों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार द्वारा अनुदान आधारित योजनाएं बनाकर लागू की जा रही हैं।

कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. जितेंद्र अहलावत ने बताया कि जिला में भूमिगत जल स्तर ऊपरी सतह पर आने से सेमग्रस्त भूमि का दायरा बढ़ता जा रहा है। इसके स्थायी समाधान के लिए सरकार ने वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम योजना बनाकर लागू की है। बेरी, दुजाना और शेरिया गांव में वर्टिकल ड्रेनेज सिस्टम योजना काफी सफल रही है। इस क्षेत्र में भूमि जल स्तर तीन फुट पर आ गया था।

(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज

Most Popular

To Top