Bihar

कोटवा प्रखंड में अफसरो की लापरवाही से जनता परेशान

कार्यालय में खाली पड़ी कुर्सी

-प्रखंड और अंचल कार्यालय में बीडीओ व सीओ रहते हैं नदारत

पर्वी चंपारण, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के कोटवा प्रखंड और अंचल कार्यालय में बीते दो सप्ताह से बीडीओ और सीओ लगातार गायब हैं। इसका लाभ कार्यालय के बाबु भी खूब उठा रहे है । अपनी मर्जी से कार्यालय में रहें या नहीं,उनकी मर्जी।

पदाधिकारी और बाबुओं की नई कार्यशैली से आमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फरियादी रोज इस गर्मी में अपने कार्यों के लिए प्रखंड और अंचल कार्यालय का चक्कर लगा कर व्यवस्था को कोसते हुए घर वापस लौटने को मजबूर हैं और फिर अगले दिन अपने काम के प्रत्याशा में आते है तो बाबू कहते है ‘मैडम नहीं हैं ‘, कल आईयेगा ।व्यवस्था की मौजूदा हालात के प्रति लोगों में काफी आक्रोश है। स्थानीय लोगो ने बताया कि प्रखंड और अंचल कार्यालय की स्थिति बहुत ही दयनीय है।

प्रखंड कार्यालय के बाहर काम कराने के लिए पहुंचे कई लोगो ने बताया कि बीडीओ , सीओ सहित कोई पदधिकारी कार्यालय में नहीं मिल रहे है। जाहिर है जब बीडीओ और सीओ की उपस्थिति ही मुकम्मल नहीं होगी तो अन्य अधिकारी और कर्मियों का क्या कहना। यहां सबकी मन मर्जी है, जिसको जब मन हुआ आया नहीं आया कोई बात नहीं है। जनता परेशान हो रही है तो हो। कझिया के वृद्ध भागीरथ सहनी वृद्धा पेंशन के लिए लगातार प्रखंड में दौड़ लगा रहे है पर उनका काम नहीं हो रहा है। कवित्री देवी की भी अपनी अलग परेशानी है, कहती है कि धूप में आ रहे है और जा रहे है , उनका पेंशन का काम नहीं हो रहा है।

इस संबंध में बीडीओ सरीना आजाद ने कहा है कि चुनाव कार्य में वे पिछले कुछ दिनों से चकिया में व्यस्त रही है और मीटिंग की वजह से प्रखंड जाना संभव नहीं होता है। हालांकि बीच में वह गई भी हैं । वही सीओ मोनिका आनंद ने बताया कि वे तबियत को लेकर एक सप्ताह से छूट्टी पर है जिसकी जानकारी उन्होंने बीडीओ को दिया है। अलबत्ता बीडीओ सीधे तौर पर कहती है कि उन्हें सीओ के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। जाहिर है कि अफसरशाही की ऐसी लापरवाही शायद ही कही और देखने को मिलेगी और वरीय पदाधिकारी इस मामले में मौन साध रखें है।मामले में सदर एसडीएम श्वेता भारती ने बताया कि अधिकारी की अनुपस्थिति के मामले की जांच की जायेगी।

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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार

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