
जींद, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । नागरिक अस्पताल में बुधवार से अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू हो गई है। इस मशीन नई बिल्डिंग के प्रथम तल पर रखवाया गया है और गर्भवती महिलाओं के लिए ही सुविधा उपलब्ध होगी। बाद में इसे सभी जरूरतमंदों के लिए शुरू किया जाएगा। बुधवार को नागरिक अस्पताल की सीएमओ डा. सुमन कोहली ने बताया कि रेडियोलॉजिस्ट डेपुटेशन पर मिला है और बुधवार से यह अल्ट्रासाउंड शुरू कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि नागरिक अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट न होने के चलते अल्ट्रासाउंड मशीन पिछले दस साल से बंद है। इसका कारण है कि नागरिक अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट नही होना रहा। जिसके चलते मरीजों को परेशानी होती थी। लोगों को बाहर निजी रेडियोलॉजिस्ट से महंगे दामों पर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। इस पद को भरने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार उच्च अधिकारियों से रेडियोलॉजिस्ट के लिए पत्राचार कर रहा था लेकिन ऐसा संभव नही हो पा रहा था। 14 लाख की आबादी के जिले में किसी भी सरकारी अस्पताल में 10 साल से मरीजों के अल्ट्रासाउंड करने की सुविधा नही है। वर्ष 2016 में यहां से रेडियोलॉजी विशेषज्ञ का पद खाली पड़ा है।
इससे पहले रेडियोलाजिस्ट डा. मजुुला डिप्टी सिविल सर्जन के पद पर कार्यरत थी लेकिन प्रशासनिक कार्य होने के चलते वह अल्ट्रासाउंड करने के लिए समय नहीं दे पाती थी। जिलेभर के सरकारी अस्पतालों में कही भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध नही है। रेडियोलॉजिस्टों के अभाव में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का यही हाल है। जिसके चलते अस्पतालों में लाखों रुपये की कीमत की मशीनें धूल फांक रही हैं। विभाग ने इन सभी मशीनों को सील करके कमरों में बंद किया हुआ है। जिलभर में 500 मरीजों को रोजाना अल्ट्रासाउंड की जरूरत पड़ती है।
नागरिक अस्पताल के प्रसूति वार्ड में रोजाना औसतन 250 से ज्यादा महिलाओं की ओपीडी होती है। इनमें से करीब 50 गर्भवतियों को किसी न किसी तरह की परेशानी होने पर अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए लिखा जाता है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवतियों के अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए निजी अस्पतालों को पैनल पर लिया हुआ है। यहां महिलाओं को परेशानी का सामना करके जाना पड़ता है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
