Jharkhand

कला संस्कृति से जुड़े लोग हमेशा रहते हैं खुश : अजय नाथ

कार्यक्रम में नृत्‍य प्रस्‍तुत करती कलाकार
बच्‍चों के मॉडल को देखते अतिथि

रांची, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी), रातू में राज्य स्तरीय कला उत्सव का शुभारंभ सोमवार को किया गया।

इस प्रतियोगिता में राज्य के सभी 24 जिलों से लगभग 700 प्रतिभागी शामिल हुए। प्रतिभागियों ने संगीत गायन, नृत्य, वादन, दृश्य कला, पारंपरिक कथा वाचन और नाटक सहित 12 विभिन्न कला विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ ने मुख्य अतिथि अध्यक्ष झारखंड राज्य क्रिकेट संघ अजय नाथ शाहदेव, शिक्षा परियोजना परिषदके राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए सोरेंग सहित अन्य अतिथियों का पौधा, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।

मौके पर अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि कला और संस्कृति से जुड़े लोग हमेशा खुश रहते हैं, क्योंकि कला बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाती है और व्यक्तित्व विकास का मार्ग प्रशस्त करती है।

कला संस्कृति के प्रति बच्‍चों को करें प्रोत्‍साहित : निदेशक

वहीं राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन ने कहा कि बच्चों में यदि कला संस्कृति के प्रति रुचि है, तो उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंनने नई शिक्षा नीति में बच्चों के रचनात्मक विकास पर विशेष बल दिया गया है और विभाग का यह प्रयास है कि सरकारी विद्यालयों के प्रतिभाशाली बच्चों को कला मंच के माध्यम से अवसर मिल सके।

कार्यक्रम में पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख ने कहा कि जो व्यक्ति कला और संस्कृति से जुड़ा नहीं है, उसका जीवन शून्य के समान है। कला व्यक्ति के जीवन में संवेदना और सृजनशीलता का संचार करती है। वहीं झारखंड प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र सोरेन ने भी विचार प्रकट किया।

राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए सोरेंग ने कहा कि कला केवल रंगों का खेल नहीं है, यह मनुष्य की आत्मा की भाषा है। आप सभी प्रतिभागियों के भीतर भविष्य के कलाकार, संगीतज्ञ और नर्तक छिपे हैं। आपकी मेहनत और लगन ही झारखंड की पहचान बनेगी और राज्य का गौरव बढ़ाएगी।

कार्यक्रम का संचालन उत्सव के समन्वयक चन्द्र देव सिंह ने किया।

कार्यक्रम में उपनिदेशक जेसीईआरटी, प्रदीप कुमार चौबे, विंध्याचल पांडेय, सहायक निदेशक बाके बिहारी सिंह, मसूदी टुडू, मनपुरन नायक सहित राज्य भर के कलाकार, शिक्षक और अधिकारी उपस्थित थे।

इन बच्‍चों को हुआ चयन

वहीं प्रतियोगिता के विभिन्न विधाओं में विजेताओं का चयन किया गया। इसमें स्टोरी टेलिंग समूह प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पूजा कुमारी (देवघर), द्वितीय स्थान पर राजनंदनी कुमारी एवं रिकी कुमारी (चतरा) और तृतीय स्थान पर बुशरा तहूर और तनु कुमारी (रांची) रहीं। विजुअल आर्ट्स मूर्ति कला में प्रथम देव कुमार (सरायकेला), द्वितीय पीयाली महतो (पूर्वी सिंहभूम) और तृतीय प्रिंस कुमार (हजारीबाग) रहे। विजुअल आर्ट्स चित्रकला में प्रथम सत्यम (देवघर), द्वितीय नफीसा परवीन (हजारीबाग) और तृतीय बादल नायक (सिमडेगा) को स्थान मिला। स्वदेशी खिलौना निर्माण प्रतियोगिता में प्रथम चंद्रमा सिंह एवं करना शाहू (सिमडेगा), द्वितीय ऋषि कुमार नायक (रामगढ़) और तृतीय दिव्या कुमारी एवं सिमरन कुमारी (हजारीबाग) सहित अन्य के नाम शामिल हैं।

वहीं कला उत्सव के आयोजन को लेकर मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह, निदेशक झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद शशि रंजन ने भी बधाई दी है।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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