
शिमला, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के पेंशनर प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सामने आए हैं। हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष आत्माराम शर्मा ने शनिवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रदेशभर के सभी पेंशनर अपनी एक दिन की बेसिक पेंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मुलाकात के दौरान यह निर्णय लिया गया, जिससे लगभग दो लाख पेंशनर मदद करेंगे।
आत्माराम शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री को एक मांगपत्र भी सौंपा गया, जिसमें पेंशनरों से जुड़ी कई अहम मांगें रखी गईं। इनमें पेंशनरों के लिए जल्द जेसीसी का गठन, 1 नवंबर 2016 से 31 जनवरी 2022 के बीच सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लंबित लीव इनकैशमेंट, ग्रेच्युटी और कम्युटेशन का भुगतान, चिकित्सा बिलों के भुगतान के लिए विशेष बजट प्रावधान शामिल हैं। साथ ही वेतन आयोग की सिफारिशों के शेष एरियर के शीघ्र भुगतान और घोषित 3% महंगाई भत्ते की अधिसूचना तुरंत जारी करने की भी मांग की गई।
इसके अलावा पेंशनरों ने शेष बचे 10% डीए को किस्तों में जारी करने और 42 महीने के लंबित डीए एरियर के निपटारे की भी अपील की। आत्माराम शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है।
पत्रकार वार्ता में आत्माराम शर्मा ने यह भी जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन की राज्य कमेटी के चुनाव सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गए हैं, जिसमें 10 प्रतिनिधि चुने गए। चुनाव प्रक्रिया में राज्य भर से डेलिगेट शामिल हुए।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के समानांतर एक अन्य संगठन सक्रिय हुआ है, जो एसोसिएशन के संविधान के अनुसार मान्य नहीं है। उन्होंने पेंशनरों से अपील की कि वे संगठन की एकजुटता बनाए रखें और असंवैधानिक गतिविधियों से दूर रहें।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
