
रुद्रप्रयाग, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) ।जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण परियोजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों की प्रगति और लंबित मुद्दों के निस्तारण की समीक्षा की। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्य से जुड़ी कार्यदायी संस्थाओं को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध कार्य करने के निर्देश देते हुए आगामी समय में होने वाले कार्यों के बारे में चर्चा की।
मंगलवार को जिलाधिकारी ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत भीमबली में प्रस्तावित तीसरे चिंतन स्थल के लिए राज्य सरकार द्वारा आवंटित भूमि निर्णय, केदारनाथ स्थित शिव उद्यान स्थल के लिए मंदिर के समीप भूमि स्वामित्व विवाद, शिव उद्यान में प्रस्तावित ओपन थियेटर स्थल से मोबाइल टावर अन्यंत्रित स्थानांतरित करने, छानी कैंप में प्रस्तावित चिंतन स्थल के पास ओवर हेड केबल और पोल को अन्यत्र स्थानांतरित करने, प्रस्तावित चिंतन स्थलों के निर्माण के साथ मौजूदा केदारनाथ पैदल मार्ग तक संपर्क मार्गों का विकास, शिव उद्यान (ओपन एयर थियेटर सहित) और चिंतन स्थलों के लिए पर्याप्त बिजली की उपलब्धता और परियोजना के तहत काय्र पूरा होने के बाद संचालन और रख-रखाव, परियोजना से जुड़े अधिकारियों के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग करने, निर्माण और नाजुक सामग्रियों को कार्यस्थल तक पहुंचाने के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर की बुकिंग के बारे में चर्चा की गई।
उन्होंने मोबाइल टॉवर को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए सभी हितधारकों से वर्ता करने और अन्यत्र भूमि चयन के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने भीमबली में भी एक अन्य मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए भी अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने केदारनाथ विकास प्राधिकरण के तहत गुप्तकाशी व ऊखीमठ सहित अन्य प्रमुख स्थलों को भी शामिल करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए मास्टर प्लान के फेस एक और फेस दो में संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यों को तेजी से करने को कहा। जिलाधिकारी ने केदारनाथ में संगम स्थल सौंदर्यीकरण, मंदिर परिसर में चल रहे अन्य अवस्थापना विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्हें जल्द पूरा करने को कहा। उन्होंने यात्री सुविधाओं, पार्किंग, एप्रोच मार्ग, हेलिपैड आदि के विस्तार के बारे में भी चर्चा की। बैठक में एडीएम श्याम सिंह राणा, एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला, तहसीलदार प्रदीप नेगी, अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे आदि थे।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
