श्रीनगर, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विरोध मार्च को विफल कर दिया। कई पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है, जो प्रशासनिक विफलता और बढ़ती जन शिकायतों के खिलाफ प्रदर्शन करने का प्रयास कर रहे थे।
पीडीपी नेता और कार्यकर्ता लाल चौक की ओर मार्च करने के लिए पार्टी मुख्यालय के पास एकत्र हुए थे, लेकिन इलाके में तैनात पुलिस की भारी टुकड़ी ने उन्हें रोक दिया। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, सुरक्षा बलों ने उनमें से कई को एहतियातन हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में मोहम्मद खुर्शीद आलम, अब्दुल हक खान, जहूर मीर, आरिफ लैगरू, इकबाल ट्रंबू, यासीन भट और नूर मोहम्मद शामिल थे। वरिष्ठ पीडीपी नेताओं ने प्रशासन पर लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया और कहा कि विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य अनियमित बिजली और पानी की आपूर्ति, बेरोजगारी और कथित नौकरशाही उदासीनता जैसे मुद्दों को उजागर करना था।
गुलाम नबी लोन (हंजूरा) ने कहा कि हमारा इरादा विरोध प्रदर्शन करने का था। पीने का पानी नहीं है, बिजली के बिल दिन-ब-दिन महंगे होते जा रहे हैं और कश्मीरी युवाओं को बाहर की जेलों में रखा जा रहा है। हम उनकी वापसी की मांग करना चाहते थे। उमर अब्दुल्ला और एलजी की निरंकुश सरकार पर एक नज़र डालें। हमें विरोध प्रदर्शन करने की भी अनुमति नहीं है।———————-
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
