
शिमला, 26 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश सरकार गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों को राहत देने के लिए जल्द ही राज्यव्यापी पैलिएटिव देखभाल अभियान शुरू करने जा रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज स्वास्थ्य विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आशा कार्यकर्ता और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ऐसे मरीजों की पहचान करें जिन्हें पैलिएटिव देखभाल की आवश्यकता है। इन लाभार्थियों की पहचान के बाद आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों की विशेष टीम जिसमें चिकित्सा अधिकारी, फिजियोथेरेपिस्ट और सीएचओ शामिल होंगे, उनके घर जाकर उपचार योजना तैयार करेगी। यह कार्य आगामी तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा।
सुक्खू ने बताया कि प्रदेश के आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में पैलिएटिव देखभाल के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक केंद्र में दो डॉक्टर, दो नर्स, एक फिजियोथेरेपिस्ट और एक परामर्शदाता की तैनाती की जाएगी। ये टीमें हर तीन महीने में लाभार्थियों के घर जाकर स्थिति की समीक्षा करेंगी और आवश्यक चिकित्सीय सहायता देंगी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने हिमकेयर और आयुष्मान भारत योजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी लाभार्थियों को हिम परिवार नंबर से जोड़ा जाए ताकि योजनाओं का लाभ उन्हें सुचारु रूप से मिल सके। अब हिमकेयर में तिमाही आधार पर नामांकन की सुविधा दी जाएगी और पात्र व्यक्तियों को हिमकेयर कार्ड उपलब्ध करवाए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों और सुपरिंटेंडेंट्स को यह अधिकार दिया गया है कि वे अपने अस्पतालों में 100 गंभीर रोगियों के लिए हिमकेयर कार्ड जारी करने की सिफारिश कर सकें।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में 41.62 करोड़ रुपये की लागत से 49 नए डायलिसिस केंद्र स्थापित करेगी। इससे किडनी रोगियों को नजदीकी स्थानों पर इलाज की सुविधा मिलेगी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
