

कोकराझार (असम), 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्य के अन्य हिस्सों के साथ ही कोकराझार में भी आज स्वतंत्रता सेनानी देशभक्त तरूण राम फूकन की 86वीं पुण्यतिथि के अवसर पर देशभक्ति दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहयोग से चंदमारी स्थित बोडोलैंड प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके पश्चात देशभक्त तरूण राम फूकन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
बोडोलैंड विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका दीपा मोनी बैश्य ने कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में तरूण राम फूकन के जीवन और आदर्शों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे देशभक्त द्वारा लिखित ग्रंथों और उनके जीवन पर आधारित साहित्य का अध्ययन करें। उन्होंने फूकन के जीवन से जुड़ी कई उल्लेखनीय घटनाओं का वर्णन किया और बताया कि किस प्रकार वे एक प्रसिद्ध लेखक होने के साथ-साथ “शिकारी फूकन” के नाम से भी प्रसिद्ध थे, फिर भी वे “देशभक्त” की उपाधि के सच्चे अधिकारी थे।
उन्होंने कहा कि तरूण राम फूकन का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान इतिहास के अमिट अध्यायों में से एक है। साथ ही उन्होंने कर्मवीर नबीन चंद्र बोरदोलोई जैसे अन्य महान स्वतंत्रता सेनानियों को भी स्मरण करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, वैश्वीकरण के इस युग में हमें अपनी भाषा, संस्कृति और पहचान को सुरक्षित रखने के लिए ऐसे देशभक्तों और उनके बलिदानों को याद रखना अनिवार्य है।
देशभक्त तरूण राम फूकन की अदम्य साहस को याद करते हुए एडीसी वाडियुल इस्लाम ने राज्य सरकार द्वारा 2021 से देशभक्ति दिवस को आधिकारिक रूप से मनाने की पहल की सराहना की और कहा कि इससे आने वाली पीढ़ियां असम के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों से जुड़ी रहेंगी।
इस अवसर पर एडीसी शुभ्रम आदित्य बोरा और कविता डेका, सहायक आयुक्तगण, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा
