
अनूपपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर देश भर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिला मुख्यालय अनूपपुर और बिजुरी नगर में आरएसएस स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भव्य पथ संचलन निकाला। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। इस अवसर ने शहर को अनुशासन, संगठन और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया।
अनूपपुर में 160 स्वयंसेवकों ने किया अनुशासनबद्ध संचलनजिला मुख्यालय अनूपपुर में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती विद्यालय प्रांगण से हुई, जहाँ से लगभग 160 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में पथ संचलन के लिए निकले। संचलन नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए नगर के बस स्टैंड तक पहुँचा, जहाँ इसका समापन हुआ। पूरे मार्ग में मातृशक्ति ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। घोष वादन की ऊर्जावान धुनों ने वातावरण को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। यह आयोजन संघ के शताब्दी वर्ष के तहत मनाए जा रहे विजयादशमी उत्सव का हिस्सा था।
समापन समारोह में शामिल हुए संघ पदाधिकारीसमापन अवसर पर मंच पर विभाग प्रचारक कमल सिंह, जिला संघचालक राजेंद्र तिवारी, मुख्य अतिथि गुलाब गुप्ता एवं नगर संघचालक उपस्थित रहे। विभाग प्रचारक कमल सिंह ने अपने संबोधन में संघ के ‘पंच परिवर्तन कार्यक्रम’, संघ की संरचना, संघ कार्य की पद्धति और शताब्दी वर्ष में आयोजित विविध कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने स्वयंसेवकों को समाज जीवन में संगठन, अनुशासन और सेवा के महत्व से अवगत कराया। कमल सिंह ने कहा कि “संघ का उद्देश्य समाज को संगठित करना और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को सशक्त बनाना है। अनुशासन और सेवा ही संघ का वास्तविक स्वरूप है।”
कार्यक्रम का समापन परम पूज्य भगवा ध्वज प्रार्थना के साथ हुआ, जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने राष्ट्रसेवा और एकता के संकल्प को दोहराया।
बिजुरी में भी हुआ भव्य आयोजनइसी क्रम में शुक्रवार को बिजुरी नगर में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयादशमी उत्सव एवं शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में पथ संचलन निकाला गया। आयोजन की शुरुआत सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिजुरी से हुई। अनुशासित पंक्तियों में सैकड़ों स्वयंसेवक नगर भ्रमण करते हुए सब्जी मंडी ग्राउंड तक पहुँचे।
संपूर्ण यात्रा के दौरान नगरवासियों ने फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया और संघ के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
राष्ट्र सेवा ही सर्वोच्च कार्य- कमल राठौरसमापन समारोह में विभाग प्रचारक कमल राठौर ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि “राष्ट्र की सेवा सर्वोच्च कार्य है। अनुशासन, समर्पण और सामाजिक जिम्मेदारी के मार्ग पर चलते हुए ही देश की प्रगति संभव है। आरएसएस की स्थापना का मूल उद्देश्य ही राष्ट्रप्रेम है। हमें अपने विचारों, कर्म और व्यवहार में देशहित को सर्वोपरि रखना चाहिए।”
सेवा और संगठन का संदेशकार्यक्रम में तहसील प्रचारक कृष्ण राज और बिजुरी खंड संघचालक दसरथ केवट ने भी स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि आरएसएस का यह आयोजन केवल शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने वाला नहीं, बल्कि युवाओं और समाज में संघ की कार्यशैली, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम की भावना को प्रबल करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक समाज के हर क्षेत्र में सेवा और सहयोग का कार्य कर रहे हैं, चाहे वह शिक्षा हो, आपदा प्रबंधन या सामाजिक जागरूकता अभियान। यही संघ की पहचान है।
जनता में दिखा उत्साह और श्रद्धापथ संचलन के दौरान नगर की गलियों व बाजारों में नागरिकों की भीड़ उमड़ी रही। लोगों ने राष्ट्रीय सेवा के इस अनुशासित प्रदर्शन को गर्व और श्रद्धा से देखा। बच्चों और युवाओं में भी उत्साह दिखाई दिया। संचलन का समापन सब्जी मंडी ग्राउंड में हुआ, जहाँ सभी स्वयंसेवकों ने राष्ट्रभक्ति और सेवा के संकल्प को दोहराया।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
