Delhi

दिल्ली में 346 स्थानों पर हुआ पथ संचलन एवं विजयादशमी उत्सव

विजयदशमी कार्यक्रम में सम्मिलित होते संघ अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार
पथ संचालन करते कार्यकर्ता

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । विजयादशमी के दिन आज अपनी यात्रा के 100 वर्ष पूर्ण कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 101वें वर्ष में प्रवेश कर लिया। विजयादशमी के पावन दिन ही वर्ष 1925 में डॉ केशव बलिराम हेडगेवार जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी।

संघ स्थापना दिवस के अवसर पर दिल्ली में मण्डल स्तर पर विजयादशमी पूजन एवं पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दिल्ली में कुल 346 स्थानों पर श्री विजयादशमी उत्सव, शस्त्र पूजन एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। पथ संचलन के दौरान घोष की धुन पर पूर्ण गणवेश में कदमताल करते हुए हजारों स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लिया तथा बड़ी संख्या स्वयंसेवक इसकी व्यवस्था में लगे।

विभिन्न कालोनियों एवं बस्तियों से पथ संचलन के गुजरते समय समाज के सभी वर्गों, युवाओं, महिलाओं एवं प्रबुद्धजनों द्वारा पुष्पवर्षा कर पथ संचलन में चल रहे स्वयंसेवकों का स्वागत किया गया।

कार्यक्रमों में समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया गया था।

पथ संचलन के समापन पर अलग –अलग स्थानों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय, क्षेत्र एवं प्रांत के अधिकारियों द्वारा स्वयंसेवकों का प्रबोधन किया गया। प्रांत संघचालक डॉ. अनिल अग्रवाल एवं अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार पश्चिम विहार में आयोजित विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए जबकि अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख भारत कुमार बिजवासन में, अखिल भारतीय सीमा जागरण मंच के संगठन मंत्री मुरली कोंडली, मयूर विहार में, प्रांत कार्यवाह अनिल गुप्ता विकास नगर, उत्तम नगर में, प्रांत प्रचारक विशाल का दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में रहना हुआ।

वक्ताओं ने संघ की स्थापना की आवश्यकता, उद्देश्य एवं उसकी 100 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने समाज एवं स्वयंसेवकों से अपने जीवन में पंच परिवर्तन अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के परम वैभव के लिए पंच परिवर्तन के अंतर्गत हम सब अपने दैनिक जीवन में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली एवं स्वदेशी को अपनाएं तथा नागरिक कर्तव्यों का पालन करें।

आज के विजयादशमी उत्सव के साथ ही संघ शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो गया जिसके अंतर्गत वर्षपर्यंत समाज द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें वृहद गृह संपर्क एवं हिन्दू सम्मेलन प्रमुख है।

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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा

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