
मालदा, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर बंगाल के लोगों के लिए रेलमार्ग लंबे समय से मुख्य सहारा रहा है। लेकिन इस सप्ताह मालदा रेल रूट पर पूर्व रेलवे की ओर से किए जा रहे इंटरलॉकिंग और नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रेन सेवाओं में बड़ा व्यवधान उत्पन्न हुआ है। रेलवे ने घोषणा की है कि 31 अगस्त से चार सितंबर तक मालदा टाउन-कोलकाता रूट की कई ट्रेनों का संचालन बंद रहेगा।
अचानक ट्रेन रद्द होने से यात्रियों में रोष और निराशा का माहौल है। कई यात्री आवश्यक कार्य या चिकित्सा हेतु कोलकाता रवाना होने पहुंचे थे, लेकिन स्टेशन पर पहुंचकर उन्हें ट्रेन रद्द होने की जानकारी मिली। मालदा टाउन स्टेशन पर सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ी और लोगों ने रेल प्रबंधन की ओर से पूर्व सूचना न देने पर नाराजगी जताई है।
यात्रियों की अब एकमात्र उम्मीद बस सेवा है। मालदा शहर के रथबाड़ी मोड़ और उत्तरबंग राज्य परिवहन निगम के डिपो में कोलकाता जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। हालांकि बस सेवा मौजूद है, लेकिन अतिरिक्त दबाव के कारण प्रशासन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन विभाग की ओर से फिलहाल अतिरिक्त बसों की कोई घोषणा नहीं की गई है, जिससे समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है।
यात्रियों का कहना है कि लंबी दूरी का सफर बस से करना थकाऊ और समय लेने वाला है। इसके अलावा किराए में वृद्धि और सीटों की कमी भी बड़ी परेशानी का कारण बन रही है।
एक यात्री ने कहा कि ट्रेन से यात्रा आरामदायक और समय बचाने वाली होती है, लेकिन अचानक रद्दीकरण से हमें मुश्किल में डाल दिया गया है। यदि पहले से जानकारी दी जाती तो योजना बनाकर यात्रा संभव होती।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह कार्य पूर्ण होने के बाद मालदा टाउन स्टेशन पर ट्रेन परिचालन और अधिक सुरक्षित एवं आधुनिक हो जाएगा। लेकिन यात्रियों के लिए अगले चार दिनों (31 अगस्त से चार सितंबर तक) यह असुविधा झेलना अपरिहार्य होगा। इस बीच स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग से अतिरिक्त बस सेवाएं शुरू करने की मांग उठ रही है, हालांकि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
