धर्मशाला, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । धर्मशाला के समीप वनगोटू की अननोटिफाइड पैराग्लाइडिंग साइट परबीते दिनों हुए हादसे की जांच रिपोर्ट में अहम खुलासा हुआ है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक पायलट ने अपने बयान में माना है कि गुजरात के पर्यटक ने जिद्द कर हाई फ्लाइंग की इच्छा जताई थी। वहीं दूसरी तरफ उस दिन 13 जुलाई को मौसम खराब होने के चलते इंदरुनाग पैराग्लाइडिंग साइट पर तैनात मार्शलस ने फ्लाई न करने के निर्देश सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से दिए थे, लेकिन पायलट ने अननोटिफाइड साइट से उड़ान भरने के साथ मार्शलस के निर्देशों की अवहेलना की। यह खुलासा पैराग्लाइडिंग हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट में हुआ है। जांच कमेटी के अध्यक्ष तहसीलदार धर्मशाला ने हादसे की जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है, जिसे डीसी कांगड़ा और पर्यटन विभाग को भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि 13 जुलाई को वनगोटू में अननोटिफाइड साइट पर पैराग्लाइडिंग हादसे में गुजरात के पर्यटक की मौत हो गई थी। जिसके बाद 14 जुलाई को इसमें पर्यटन विभाग द्वारा संबंधित पायलट-ऑप्रेटर को नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद उपरोक्त स्थान पर हुए पैराग्लाइडिंग हादसे की मेजिस्ट्रेट जांच को लेकर तहसीलदार धर्मशाला की अध्यक्षता में गठित टीम ने घटनास्थल का दौरा किया था।
उधर एसडीएम धर्मशाला मोहित रत्न ने बताया कि पायलट ने अपने बयान में माना है कि गुजरात के पर्यटक ने जबरदस्ती कर उनसे हाई फ्लाइंग करने की इच्छा जताई थी। जिस कारण पायलट उक्त पर्यटक को हाई फ्लाइंग के लिए इंदरुनाग के बजाय वनगोटू साइट पर लेकर गया था। इंदरूनाग साइट पर तैनात मार्शलस ने भी मौसम खराब होने का हवाला देते हुए अपने सोशल मीडिया ग्रुप्स में निर्देश दिए थे कि फ्लाई नहीं करना है। अनाधिकृत साइट से उड़ान और खराब मौसम के बावजूद उड़ान भरकर पायलट ने निर्देशों की अवहेलना की है, जिस पर पायलट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
