पांशकुडा : पश्चिम बंगाल के पांशकुड़ा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में महिला कर्मचारी से बलात्कार के आरोपी शेख जाहिर अब्बास ने सुविधा प्रबंधक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग कर निजी व्यवसायों के लिए लाभकारी अनुबंध प्राप्त किए थे। यह जानकारी पुलिस और अस्पताल सूत्रों ने बुधवार को दी।
अब्बास, जिसे पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था, एक निजी बाहरी श्रोत एजेंसी द्वारा नियोजित था और उसी एजेंसी के माध्यम से उसे अस्पताल प्रशासन ने सुविधा प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों से इस पद पर रहने के दौरान अब्बास ने स्थानीय और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोगों से संबंधों का फायदा उठाकर अस्पताल प्रशासन से अपने निजी व्यवसायों के लिए ठेके हासिल किए।
मामले से परिचित सूत्रों के मुताबिक, आरोपी के पास आठ एम्बुलेंस और दो यात्री वाहन थे, जिन्हें वह अस्पताल को किराए पर देता था और इससे उसने काफी आर्थिक लाभ कमाया।
अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, एक सुविधा प्रबंधक के तौर पर उसका कर्तव्य था कि वह चिकित्सा और गैर चिकित्सा कर्मचारी की सुरक्षा सुनिश्चित करे, लेकिन वास्तव में उस पर कई बार यह आरोप लगे कि वह बार-बार प्रशासनिक मामलों में हस्तक्षेप करता था, खासकर बाहरी श्रोत सेवाओं की नियुक्तियों में । उसके राजनीतिक संपर्कों के कारण बहुत कम लोग उसका विरोध करने की हिम्मत करते थे।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए पीड़िता और उसके परिवार से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को पांशकुड़ा भेजने का निर्णय लिया है।
अस्पताल के कई कर्मचारी इस मामले की तुलना कोलकाता स्थित राज्य संचालित आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से कर रहे हैं, जिन पर संस्थान का उपयोग निजी आर्थिक लाभ के लिए करने का आरोप है।
मंगलवार को शेख जाहिर अब्बास को पांशकुड़ा की जिला अदालत में पेश किया गया, जहाँ अदालत ने उसे 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
(Udaipur Kiran) / Abhimanyu Gupta
