
पन्ना, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के पन्ना टाईगर रिजर्व की फील्ड डायरेक्टर श्रीमती अर्चना सुचिता तिर्की का स्थानांतरण होने के कारण सोमवार को वनवृत्त छतरपुर के वनसंरक्षक नरेश यादव ने पन्ना टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर के रूप मे अतिरिक्त प्रभार मप्र शासन के आदेशानुसार संभाल लिया है। उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिकता जनसमर्थन से बाघ संरक्षण के तहत होगी तथा चप्पे पर नजर रखी जायेगी।
वन्य प्राणी की सुरक्षा के लिए मानसून गश्ती नाईट गश्ती एवं दुर्गम स्थलों पर पैदल गश्ती की भी जायेगी तथा चौकीदार से लेकर अधिकारी के बीच बेहतर समन्वय कर तालमेल किया जायेगा तथा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया जायेगा ताकि वन्य प्राणियों की सुरक्षा सही ढंग से हो सके। जब उनसे पूंछा गया क्या राजनैतिक दबाव में पन्ना टाईगर रिजर्व के हितों की अनदेखी तो नहीं की जायेगी, इस पर उन्होंने कहा कि पन्ना टाईगर रिजर्व के हित सर्वोपरि हैं तथा वहीं जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन से बेहतर समन्वय बनाते हुये टाईगर रिजर्व के हित मे कार्य किया जायेगा ।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 मे पन्ना टाईगर रिजर्व बाघ विहीन हो गया था और 2009 में बाघ पुनर्स्थापना के तहत पुनः बाघों से आज पन्ना टाईगर रिजर्व आबाद है। इसके अलावा अन्य वन्य प्राणी भी बहुतायत है। आज यही कारण है कि पन्ना टाईगर रिजर्व की बाघ पुनर्स्थापना पूरे देश के लिए एक प्रयोगशाला की तरह नजीर बनकर रह गई। जिसका अनुशरण करने एवं प्रशिक्षण लेने देश भर से विभागीय लोग आ रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / सुरेश पांडे
