
पन्ना, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां सागर लोकायुक्त टीम ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ बाबू को 2500 रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथाें गिरफ्तार किया है। आराेपित बाबू ने अपने ही साथी कर्मचारी से छुट्टी स्वीकृत करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम मौके पर पहुंची और बाबू विमल खरे को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद से सीएमएचओ कार्यालय में हड़कंप मच गया।
पन्ना जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ लिपिक विमल खरे को सागर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार काे 2500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। विमल खरे ने अपने ही साथी कर्मचारी दिलीप डामोर से छुट्टी स्वीकृत करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने यह कार्रवाई की है। आवेदक दिलीप डामोर पिता देवचंद डामोर उम्र 28 वर्ष निवासी नवापाड़ा कस्बा थांदला जिला झाबुआ हाल निवासी बेनिसगर मोहल्ला जो कि जिला क्षय केंद्र में लैब टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ हैं, उन्होंने लोकायुक्त सागर पुलिस को शिकायत की थी कि उनकी माता की तबीयत खराब है जिसके चलते उन्हें छुट्टी चाहिए। इसके चलते उन्होंने लिपिक विमल खरे से संपर्क किया। उनके द्वारा 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से कुल 2500 रुपये की मांग की गई। इस कार्रवाई के लिए निरीक्षक रोशनी जैन के नेतृत्व में एमपी सागर लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप की योजना बनाई और जैसे ही विमल खरे ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने मौके पर उसे गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त ने आरोोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक, निरीक्षक कमल ऊइके, प्रधान आरक्षक सफीख खान, आरक्षक अरविंद नायक, आरक्षक राघवेन्द्र सिंह, आरक्षक गोल्डी पासी, आरक्षक आदेश तिवारी शामिल रहे।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
