
गुवाहाटी, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । राजधानी के पांडु स्थित तरुण संघ सार्वजानिक दुर्गापूजा, जो इस क्षेत्र की सबसे प्राचीन पूजा है, इस वर्ष अपने 49वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। पूजा समिति की ओर से बताया गया कि वर्तमान समय में नई पीढ़ी मोबाइल में व्यस्त रहती है। कोई मोबाइल का उपयोग कर आय अर्जित करने का प्रयास कर रहा है, तो कोई समय नष्ट कर रहा है।
शतरंज एक रणनीतिक बोर्ड खेल है। यह खेल मुख्य रूप से रणनीति, धैर्य और मानसिक अनुशासन पर आधारित है। वर्तमान भारत में इस खेल के माध्यम से अनेक खिलाड़ी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। युवाओं के बीच इस खेल को और अधिक फैलाने के उद्देश्य से तरुण संघ क्लब ने इस वर्ष की दुर्गा पूजा के थीम के रूप में शतरंज की बिसात को चुना है।
पूजा समिति के अध्यक्ष अंकुर पाल और महासचिव अमित सरकार ने बताया कि इस वर्ष पूजा का बजट लगभग 16 लाख रुपये है। 27 सितंबर यानी पंचमी के दिन मां की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। प्रतिमा का निर्माण गौरांग पाल करेंगे। प्रतिमा निर्माण पर लगभग 2 लाख 20 हजार रुपये का खर्च आएगा। कोलकाता के चंदननगर से लाई जाएगी आलोक सज्जा जिस पर लगभग 2 लाख रुपये खर्च होंगे। पंडाल निर्माण में 3 लाख 50 हजार रुपये के साथ अन्य खर्च शामिल हैं। ढाक वादक कूचबिहार से आएंगे।
जुबिन गर्ग के अकाल निधन पर श्रद्धांजलि स्वरूप इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। सरकार के नियमों के अनुसार सीसी टीवी कैमरा और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन शतरंज विषयक क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी और इसके लिए विशेष पुरस्कारों की व्यवस्था भी होगी।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
