
शिमला, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव रद्द नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा भ्रम पूरी तरह गलत है। सरकार ने केवल आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत यह निर्णय लिया है कि पहले प्रदेश में बरसात से हुई भारी तबाही से निपटा जाए और प्रभावितों को राहत पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सड़क संपर्क पूरी तरह बहाल नहीं होता, तब तक प्रशासन का ध्यान राहत और पुनर्निर्माण कार्यों पर केंद्रित रहेगा।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को शिमला में कहा कि पंचायत चुनाव करवाने की अंतिम तिथि 23 जनवरी है और इस अवधि तक चुनाव करवाने का पर्याप्त समय है। इसलिए यह कहना गलत है कि सरकार ने चुनाव टाल दिए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटना सरकार का पहला कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम सब पंचायत चुनावों में लग जाएं तो फिर आपदा प्रभावितों को सहायता देने कौन जाएगा, टूटी सड़कों और गिरे मकानों की मरम्मत कौन करेगा?
सुक्खू ने दोहराया कि पंचायत चुनाव समय पर होंगे और इस संबंध में सभी जिलों के उपायुक्तों से चर्चा की गई है। कई जिलों में अब भी सड़कें और बुनियादी ढांचा पूरी तरह बहाल नहीं हुआ है, इसलिए फिलहाल केवल स्थगन की बात हुई है, रद्द करने की नहीं।
भाजपा पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हर बात को तूल देती है और विरोध करना उसकी आदत बन चुकी है। उन्होंने कहा कि 2023 की आपदा में भी भाजपा ने प्रभावित परिवारों के साथ खड़े होने के बजाय विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की और जब सत्र बुलाया गया तो प्रस्ताव का समर्थन करने के बजाय वॉकआउट कर दिया।उन्होंने कहा कि इस बार की आपदा 2023 से भी बड़ी है, इसलिए सरकार की पहली प्राथमिकता जनता की राहत और पुनर्वास है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
