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पलवल : इग्नू का उद्देश्य कौशल एवं ज्ञान आधारित शिक्षा देना : डा. धर्मपाल

पलवल, 2 जुलाई (Udaipur Kiran) । इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डा. धर्मपाल ने बुधवार को बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय का इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) देश में उच्च शिक्षा के लोकतंत्रीकरण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इग्नू के अपने जन-जन तक उच्च शिक्षा पहुंचाने के मिशन के अनुसार उच्च गुणवत्ता पर जोर देने के साथ-साथ एक लचीली और कम लागत वाली शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षा प्रणाली के माध्यम से जन-जन तक उच्च शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रहा है। इग्नू ग्रामीण, शहरी, जनजातीय क्षेत्रों, शारीरिक रूप से दिव्यांगजनों, बंदियों, सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों के कार्मिकों, घर पर रहने वाले माता-पिता, सशस्त्र सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों, नियोक्ताओं और पहले से कार्यरत लोगों आदि को शिक्षा प्रदान कर रहा है। इग्नू महिलाओं, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सुविधा वंचित समूहों, पूर्वोत्तर क्षेत्र और देश के जनजातीय क्षेत्रों तथा कम साक्षरता वाले क्षेत्रों की ओर विशेष रूप से ध्यान दे रहा है।

क्षेत्रीय निदेशक डा. धर्मपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जो लोग कौशल आधारित और ज्ञान आधारित शिक्षा लेना चाहते हैं, उनके लिए इग्नू सबसे उपयुक्त विश्वविद्यालय है। इग्नू का उद्देश्य विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन करके उनके लिए उत्थान के समान अवसर उपलब्ध करवाना है। इग्नू रिमोट एरिया, गांव देहात के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रही है। इग्नू की पढ़ाई का तरीका शेष विश्वविद्यालयों से काफी अलग है। इस यूनिवर्सिटी में क्लास रूम टीचिंग मेथड से नहीं पढ़ाया जाता है। यहां की शिक्षा सेल्फ लर्निंग, स्टडी मैटेरियल, काउंसलिंग सेशन, फेस टू फेस और टेली कॉन्फ्रेंसिंग के सिस्टम से होती है। जिन विद्यार्थियों ने हाल ही में 12वीं कक्षा पास की है उनके लिए इग्नू में अपार संभावनाएं उपलब्ध है। ऐसे विद्यार्थी इग्नू से बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीएजी), बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम), बैचलर ऑफ कॉमर्स इन एकाउंटेंसी एंड फाइनेंस (बीकॉमए एंड एफ), बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी), बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए), बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (बीलिस), बैचलर ऑफ आर्ट्स इन टूरिज्म स्टडीज (बीटीएस) और बैचलर ऑफ सोशल वर्क (बीएसडब्लू) कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थी बैचलर ऑफ आर्ट्स ऑनर्स इन इकोनॉमिक्स, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, साइकोलॉजी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, सोशलॉजी, इंग्लिश आदि में भी एडमिशन ले सकते है।

डा. धर्म पाल ने बताया कि इग्नू लगभग 350 तरह के शैक्षिक, रोजगार मूलक, जागरूकता सृजन करने वाले और कौशल उन्मुखी अध्ययन कार्यक्रम संचालित कर रहा है। यह शैक्षिक कार्यक्रम सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक उपाधि, स्नातकोत्तर उपाधि और डॉक्टरेट उपाधि स्तर के है। शैक्षिक कार्यक्रमों, पात्रता, अवधि, अपेक्षित क्रेडिट और शिक्षा माध्यम से संबंधित जानकारी इग्नू की वेबसाइट पर उपलब्ध है। लोगों और विशेष रूप से समाज के सुविधा वंचित वर्गों के व्यक्तियों की विभिन्न शैक्षिक एवं रोजगार संबंधी जरूरतों को पूरा करना इन कार्यक्रमों का मुख्य केंद्र बिंदु है। व्यावसायिक वृद्धि के लिए नौकरीपेशा लोगों की सतत शिक्षा और प्रशिक्षण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अनेकों कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। इग्नू ने बुद्धा कॉलेज करनाल, राजकीय महाविद्यालय पानीपत, हिन्दू कॉलेज सोनीपत, सीआर कॉलेज ऑफ एजुकेशन रोहतक, जीडीसी कॉलेज बहल भिवानी, राजकीय महिला महाविद्यालय फतेहाबाद, राजकीय महिला महाविद्यालय सिरसा, नेशनल पीजी कॉलेज सिरसा, राजकीय महाविद्यालय हिसार, मेडिकल कॉलेज करनाल, मेडिकल कॉलेज खानपुर गोहाना, नर्सिंग कॉलेज रोहतक और विभिन्न कारागारों में अध्ययन केंद्र स्थापित किए है, ताकि विद्यार्थियों को सहायता सेवाएं प्रदान की जा सकें। इन विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की अंतिम तिथि 15 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है।

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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग

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