Uttar Pradesh

शारीरिक, मानसिक, सामाजिक पीड़ा को कम करने पर केंद्रित है पायलेटिव केयर : डॉ अमित सिंह

गोष्टी को संबोधित करते डिप्टी सीएमओ डॉ अमित सिंह साथ मौजूद विशेषज्ञ चिकित्सक
गोष्टी को संबोधित करते डिप्टी सीएमओ डॉ अमित सिंह

लखीमपुर खीरी, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय प्रशामक देखभाल कार्यक्रम (एनपीपीसी) के तहत शनिवार विश्व धर्मशाला एवं प्रशामक देखभाल दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम थी उपशामक देखभाल तक सर्वभौमिक पहुंच के वादे को पूरा करना को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने आम जनमानस को गोष्ठी के माध्यम से जागरूक किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नोडल अधिकारी एनसीडी/डिप्टी सीएमओ डॉ अमित सिंह ने की।

इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ अमित सिंह ने कहा कि प्रशामक या प्रशामक देखभाल (पायलेटिव केयर) गंभीर और असाध्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों तथा उनके परिवारों को जीवन की गुणवत्ता सुधारने में सहायता करता है। यह देखभाल शारीरिक, मानसिक, सामाजिक पीड़ा को कम करने पर केंद्रित होती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, प्रत्येक 1000 में लगभग 6 व्यक्तियों को पायलेटिव केयर की आवश्यकता होती है, किंतु वर्तमान में विश्व की केवल 1 प्रतिशत जनसंख्या ही इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर पा रही है। इसीलिए सरकार ने एनपीपीसी कार्यक्रम की शुरुआत की है

डॉ रचित मिश्रा ने बताया कि इस दिवस का उद्देश्य लोगों में प्रशामक देखभाल की महत्ता को समझाना और उन्हें इससे जोड़ना है ताकि गंभीर रोगियों को दर्द, तनाव और अन्य मानसिक-शारीरिक समस्याओं से राहत मिल सके।

डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि लखीमपुर खीरी जिले में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता के दिशा-निर्देशन में जिला चिकित्सालय, सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर स्क्रींनिंग कैम्प आयोजित किए गए। इन कैम्पों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा रोगियों की पहचान कर उन्हें “अर्ली पायलेटिव केयर” (प्रारंभिक प्रशामक देखभाल) से जोड़ने की पहल की गई।

इस दौरान डॉ रोहित पाठक, डॉ एके द्विवेदी, डॉ अखिलेश शुक्ला, डॉ शिखर बाजपेई, डॉ शिशिर पांडे, डॉ इंद्रेश राजावत आदि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने पायलट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वक्ताओं ने कहा कि प्रशामक देखभाल केवल जीवन के अंतिम चरण में ही नहीं बल्कि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है, ताकि वे सम्मानजनक, संतुलित और दर्दमुक्त जीवन जी सकें। इस अवसर डॉ मो. जैगम, स्तुति कक्कड़ देवनंदन श्रीवास्तव नीरज कुमार मोहम्मद शकील अभिषेक कश्यप, महेन्द्र कुमार, सरिता सिंह, विकास वर्मा, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।————–

(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव

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