
न्यूयार्क, 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा काेष (आईएमएफ) और विश्व बैंक के प्रमुखाें के साथ बैठक में देश की अर्थव्यवस्था काे पटरी पर लाने के लिए मदद की गुहार लगायी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भाग लेने पहुंचे शरीफ ने आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जार्जीवा के साथ बैठक की। इस दौरान शरीफ ने उनसे मदद की गुहार लगायी। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब पाकिस्तान उसकी अर्थव्यवस्था के संबध में आईएमएफ के 37 महीने के बेलआउट कार्यक्रम की तीसरी समीक्षा का इंतजार कर रहा है। शरीफ ने कहा कि अगस्त और सितंबर में देश में आई बाढ़ ने उसकी अर्थव्यवस्था पर भारी बाेझ डाला है जिसके कारण फसले, बुनियादी ढांचा और लाेगाें की आजीविका पर असर पड़ा है। शरीफ ने आईएमएफ से अनुराेध किया कि वह देश के लिए अपने सात अरब डालर की विस्तारित निधि सुविधा कार्यक्रम में लचीला रूख अपनाए जिससे पाकिस्तान राहत और पुर्नवास के लिए संसाधन जुटा सके। पाकिस्तान में आई बाढ़ में 46 लाेगाें की जान चली गई और लगभग 1000 से अधिक लाेग घायल हुए। इसके कारण भारी संख्या में लाेग विस्थापित हुए।
शरीफ ने पाकिस्तान में 2022 की बाढ़ का भी हवाला दिया और कहा कि जलवायु परिर्वतन पाकिस्तान काे नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।
इस बीच जार्जीवा ने इस बाबत सहानुभूति जताई और जलवायु काेष के तहत सहायता की संभावना पर विचार करने का आश्वासन दिया। उन्हाेंने पाकिस्तान के कर संग्रह में बढ़ाेतरी और ऊर्जा क्षेत्र की सब्सिडी में कटाैती जैसे हाल के सुधाराें की सराहना की। हालांकि उन्हाेंने देश में बुनियादी ढांचागत सुधाराें पर बल दिया।
इस बीच शरीफ ने विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष अजय बंगा से भी मुलाकात कर पाकिस्तान के व्यापक सुधार कर्यक्रम पर चर्चा की। इस दाैरान उन्हाेंने पाकिस्तान में प्राकृतिक आपदा पर प्रकाश डाला जिससे उसे तैतीस अरब डालर का नुकसान हुआ। शरीफ ने विश्व बैंक की नई ‘कंट्री पार्टनशिप फ्रेमवर्क’ नीति का स्वागत किया जिसके तहत पाकिस्तान काे 40 अरब डालर की सहायता प्रदान करेगी। इस अवसर पर बंगा ने पाकिस्तान में सुधाराें की सराहना की और निरंतर सहयाेग का आश्वासन दिया। उन्हाेंने निजी क्षेत्र में निवेश में बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया। बैठक के दाैरान शरीफ ने बंगा के नेतृत्व की सराहना की और विश्व बैंक काे उनकी अगुआई में अधिक कुशल और विकास केन्द्रित बताया।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
