इस्लामाबाद, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पाकिस्तान ने देश के आतंकवाद-रोधी कानून के तहत एक हिंसक इस्लामी पार्टी पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने गुरुवार को यह कदम उस समय उठाया जब हाल ही में इजराइल विरोधी रैली के दौरान इस संगठन और पुलिस के बीच झड़पों में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
सरकारी बयान के अनुसार, पाकिस्तान की कैबिनेट ने तेहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह संगठन अपने उग्र प्रदर्शनों और हिंसक विरोध अभियानों के लिए जाना जाता है, जिन्होंने पिछले कई वर्षों में कई पाकिस्तानी सरकारों को मुश्किल में डाल दिया।
तेहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान, जो एक कट्टरपंथी सुन्नी संगठन है, की स्थापना 2015 में हुई थी। यह संगठन धार्मिक ईशनिंदा (ब्लास्फेमी) से जुड़े मुद्दों को लेकर चरमपंथी रुख अपनाने के लिए जाना जाता है। एक साल बाद यानी 2016 में, इसने खुद को एक राजनीतिक दल में बदल लिया और ईशनिंदा के मुद्दे को अपनी मुख्य विचारधारा बना लिया।
इससे पहले भी इस संगठन पर इमरान खान सरकार ने 2021 में प्रतिबंध लगाया था, जब इसके हिंसक प्रदर्शनों ने पूरे देश में अराजकता फैला दी थी। हालांकि, छह महीने बाद प्रतिबंध हटा लिया गया था, बशर्ते कि संगठन भविष्य में हिंसा का सहारा नहीं लेगा।
लेकिन हाल के दिनों में बढ़ती झड़पों और पुलिस पर हमलों के बाद, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार ने दोबारा संगठन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि या कानून-व्यवस्था को खतरे में डालने वाली कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
——————
(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय