
जयपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारत के मिलेट मैन और पद्मश्री सम्मानित डॉ. खादर वली ने रविवार को जयपुर में आयोजित एक इंटरएक्टिव सत्र में मिलेट्स (श्रीअन्न) के महत्व पर प्रकाश डाला। ‘हेल्थ, ट्रडिशन एंड माइंडफुल लिविंग’ विषय पर केंद्रित इस कार्यक्रम में शहर के करीब 200 गणमान्य लोग, जिनमें ज्वैलर्स, उद्योगपति और नौकरशाह शामिल थे, मौजूद रहे।
सत्र के दौरान डॉ. वली ने कहा कि छोटे-छोटे आहार परिवर्तन, विशेषकर मिलेट्स को शामिल करना, स्वास्थ्य व जीवनशैली में अद्भुत सुधार ला सकता है। उन्होंने आधुनिक भोजन पद्धति की आलोचना करते हुए कहा कि चावल, गेहूँ और चीनी आज नशे की तरह हो गए हैं, जबकि मिलेट्स मस्तिष्क और आंतों के स्वास्थ्य को पुनर्जीवित करने में सहायक हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि औषधि और फार्मा सेक्टर पर बढ़ती निर्भरता से देश अरबों डॉलर खर्च कर रहा है, फिर भी लोग स्वस्थ नहीं हैं। अगर जीवनभर डॉक्टरों से दूर रहना है तो उसका रास्ता मिलेट्स ही हैं। उन्होंने बताया कि भारत की केवल 3.2 प्रतिशत आबादी ही मिलेट्स का सेवन करती है। प्रमुख मिलेट्स पोषण प्रदान करते हैं, जबकि लघु मिलेट्स शरीर को स्वाभाविक रूप से डिटॉक्स करते हैं। कार्यक्रम का समापन ऑल-मिलेट लंच के साथ हुआ, जिसने पारंपरिक अनाजों की पौष्टिकता को प्रदर्शित किया।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
