-रोहित गोदारा गैंग का मनोज चोटिया दबोचा गया
चंडीगढ़, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा पुलिस का स्पेशल मिशन ‘ऑपरेशन ट्रैक-डाउन’ अब राज्य के इतिहास की सबसे आक्रामक एंटी-क्राइम कार्रवाई बन चुका है। सिर्फ नाै दिनों में पुलिस ने 2,165 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है।
स्टेट क्राइम ब्रांच के आईजी राकेश आर्य ने शनिवार काे बताया कि बहादुरगढ़ यूनिट की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने इस अभियान में सबसे बड़ा वार करते हुए रोहित गोदारा गैंग के कुख्यात सदस्य मनोज उर्फ चोटिया को गिरफ्तार किया। इस पर 10,000 का इनाम था और यह कई संगीन वारदातों में वांछित चल रहा था।
उन्हाेंने बताया कि मनोज उर्फ चोटिया ने 5 दिसंबर, 2024 को नारनौल अदालत परिसर में गैंगवार की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। अदालत में विरोधी गैंग के अपराधी अमित पर हमला कर वह फरार हो गया था। 13 नवंबर को ऑपरेशन ट्रैक-डाउन के तहत उसे दबोच लिया गया। उस पर अटेली, मांडवा और नारनौल थानों में हत्या के प्रयास (307 आईपीसी), दंगा, मारपीट और आपराधिक साजिश (120बी) के सात से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
स्टेट क्राइम ब्रांच के आईजी ने बताया कि ऑपरेशन ट्रैक-डाउन ने अपराधियों की रीढ़ तोडक़र रख दी है। अभियान में अब तक 2,165 अपराधी गिरफ्तार किए हैं। इनमें 438 हार्डकोर और अंतरराज्यीय बदमाश शामिल हैं। ये वही अपराधी हैं जो चोरी, डकैती, लूट, गैंगवार और हत्या के प्रयास जैसी गंभीर वारदातों में शामिल थे। अभियान में एक बड़ा कदम यह भी शामिल है, आदतन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलना। 13 नवंबर तक 118 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई, जिनमें अकेले 13 नवंबर को 23 कुख्यात बदमाश शामिल थे। हिस्ट्रीशीट खोलने का मतलब है कि इन पर अब हर वक्त पुलिस की लाइव निगरानी रहेगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा