
कोलकाता, 28 अक्तूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में खड़दह के पास पानिहाटी के महाज्योति नगर निवासी प्रदीप कर ने सोमवार रात अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह परिवार के सदस्यों ने उनका शव बरामद किया। पास से एक डायरी भी मिली, जिसमें लिखा था कि एनआरसी मेरी मौत के लिए जिम्मेदार है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची खड़दह थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बाद में राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने मृतक के परिवार से मुलाकात की।
इस संबंध में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के डर और विभाजनकारी राजनीति ने राज्य में एक व्यक्ति की जान ले ली। मुख्यमंत्री ने अपने साेशल मीडिया एक्स पर लिखा कि खड़दह के पास पानिहाटी के महाज्योति नगर निवासी 57 वर्षीय प्रदीप कर ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने एक नोट छोड़ा है, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि उनकी मौत के लिए एनआरसी जिम्मेदार है।
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘भय और विभाजन की राजनीति’ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्षों से भाजपा एनआरसी के नाम पर झूठ फैलाकर और डर का माहौल बनाकर निर्दोष नागरिकों को उत्पीड़ित करती आ रही है। उन्होंने कहा कि जब मैं यह सोचती हूं कि भाजपा ने किस तरह झूठ और भय फैलाकर आम नागरिकों को मानसिक रूप से तोड़ा है, तो मेरा हृदय कांप उठता है। यह मौत भाजपा की विषैली राजनीति का परिणाम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बैठे कुछ लोग भारतीय नागरिकों को इतनी गहरी निराशा की ओर धकेल रहे हैं कि वे अपनी ही भूमि पर विदेशी घोषित किए जाने के डर से आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करती हूं कि यह हृदयहीन खेल तुरंत बंद किया जाए। बंगाल में कभी एनआरसी लागू नहीं होगा। हम किसी को यहां के लोगों की गरिमा से खिलवाड़ करने नहीं देंगे। केंद्र को खुली चुनौती देते हुए उन्होंनेे कहा कि बंगाल प्रतिरोध करेगा, बंगाल रक्षक की भूमिका निभाएगा और अंततः बंगाल ही विजयी होगा। ———————-
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर