
कोलकाता, 5 अगस्त (Udaipur Kiran)
बांग्लादेशी मॉडल शांता पाल के मामले में कोलकाता पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। फर्जी भारतीय दस्तावेज तैयार कराने में उनकी मदद करने के आरोप में पुलिस ने नैहाटी के 35 वर्षीय युवक सौमिक दत्ता को गिरफ्तार किया गया है। उसे कोलकाता पुलिस की एंटी-गुंडा स्क्वाड ने हिरासत में लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शांता पाल बांग्लादेश के बारीशाल की निवासी हैं और वह पेशे से एक मॉडल रही हैं। बांग्लादेश में मॉडलिंग के साथ-साथ फिल्मों में भी उन्होंने काम किया था और 2019 की एक सौंदर्य प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया था। भारत आने के बाद शांता ने तेलुगु फिल्मों में भी अभिनय किया और कोलकाता में कार रेंटल व पर्यटन व्यवसाय की शुरुआत की।
2023 से वह दक्षिण कोलकाता के जादवपुर के पास विक्रमगढ़ में किराए के मकान में रह रही थीं। हाल ही में उन्होंने पर्यटन से जुड़े एक नए व्यवसाय के लिए संपर्क साधा था, जिसके दौरान उनकी पहचान पार्क स्ट्रीट निवासी एक व्यक्ति से हुई। इसी व्यक्ति ने बाद में शिकायत की कि शांता पाल बांग्लादेशी पासपोर्ट पर भारत आईं और यहां फर्जी भारतीय पहचान पत्र बनवाकर अवैध रूप से रह रही हैं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि शांता का वीज़ा जुलाई 2025 में ही समाप्त हो चुका है, बावजूद इसके वह राज्य में रह रही थीं। पूछताछ के दौरान शांता ने खुद को विवाहित बताया और कहा कि पश्चिम बंगाल का शांतिपूर्ण वातावरण उन्हें पसंद है, इसलिए वह यहीं रहना चाहती थीं।
उल्लेखनीय है कि शांता के विक्रमगढ़ स्थित घर पर छापेमारी कर पुलिस ने दो आधार कार्ड जब्त किए हैं, जिनमें एक ही नंबर के साथ दो अलग-अलग पते एक कोलकाता और दूसरा बर्दवान दर्ज हैं। इसके अलावा उनके नाम पर बर्दवान का एक वोटर आईडी कार्ड भी मिला है। इससे पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या शांता कभी बर्दवान में भी रही थीं।
जानकारी मिली है कि शांता एक गेस्ट हाउस खोलने की योजना बना रही थीं और इसके लिए उन्होंने किसी और के नाम पर बैंक से लोन भी लिया था। यह ऋण कैसे स्वीकृत हुआ, इसकी भी गहन जांच अभी जा रही है।
फिलहाल पुलिस सौमिक दत्ता से पूछताछ कर रही है कि उसने शांता को फर्जी दस्तावेज तैयार करने में किस प्रकार से मदद की। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
