Bihar, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
नालंदा जिले के पावापुरी थाना अंतर्गत काली मंदिर के समीप 18 जुलाई को सूदखोरों की गुंडई से तंग होकर परिवार के पांच ने सल्फास खा लिया था। चार सदस्यों की मौत विम्स हो गई थी। जबकि, परिवार के मुखिया धर्मेंद्र कुमार की मौत रविवार की रात पटना में इलाज के दौरान हो गई।
पुलिस ने इस मामले में युडी केस के तहत मामला दर्ज कर सोमवार को एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित मृतक का चचेरा भाई शेखपुरा जिला के हथियावा थाना क्षेत्र के पूर्णकामा गांव निवासी जयप्रकाश प्रसाद के पुत्र धनश्याम प्रसाद है। कांड मामले के उद्भेदन में खुलासा किया गया है कि आरोपित ने धर्मेंद्र की 9 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया था। जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ बताई जा रही है।
धर्मेंद्र की मौत के बाद अब परिवार में एकमात्र छोटा पुत्र 7 साल का सत्यम बचा है। जमीन कब्जा के बाद धर्मेंद्र को गांव छोड़ने पर मजबूर किया गया था। इसके बाद वह 10 प्रतियात ब्याज पर पांच लाख कर्ज लेकर पावापुरी में कपड़े का व्यवसाय शुरू किया था। कुछ माह से वह सूद नहीं दे पा रहे थे। इस कारण परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा था। ग्रामीणों की मानें तो सूदखोरों की नजर उसकी बेटियों की आबरू पर थीं। बदसलूकी किए जाने से आहत हो परिवार ने जहर खाया था।मरने वालों मेंधर्मेंद्र कुमार, उनकी 38 वर्षीया पत्नी सोनी कुमारी, 14 साल की बेटी दीपा, 16 साल की अरिका और 15 साल का पुत्र शिवम कुमार शामिल है।
मामले की दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि पावापुरी के सिकरपुर निवासी काली बाबा मंदिर अजय कुमार, दशरथपुर निवाासी धर्मेंद्र मोदी और मृतक का चचेरा भाई जयप्रकाश का पुत्र घनश्याम प्रसाद को मुख्य रूप से आरोपित किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे
