
हिसार, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । दयानंद महाविद्यालय के डिबेटिंग सोसाइटी, वाणिज्य,
प्रबंधन एवं अर्थशास्त्र विभाग द्वारा ‘विश्व उद्यमिता दिवस’ के उपलक्ष्य में ‘एंटरप्रेन्योरशिप
पखवाड़ा’ थीम के तहत डिबेट कम्पीटिशन
का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विक्रमजीत सिंह ने शुक्रवार काे बताया कि इस तरह
की तार्किक प्रतियोगियों के आयोजन से विद्यार्थियों के मानसिक ओर बौद्धिक विकास में
सहायता मिलती है। उन्होंने बताया कि एंटरप्रेन्योरशिप द्वारा आर्थिक विकास को बढ़ावा
व रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इससे नवाचार को प्रोत्साहन, व्यक्तिगत स्वतंत्रता
और समाज में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। उद्यमियों को अपनी शर्तों पर काम करने
का अवसर मिलता है और वे अपने जुनून को एक सफल व्यवसाय में बदल सकते हैं। इस प्रतिस्पर्धा
के विषय ‘अगले दशक में ई-कॉमर्स पारंपरिक खुदरा व्यापार को पूरी तरह से बदल देगा’ तथा ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता
जितने अवसर छीनेगी, उससे कहीं अधिक अवसर पैदा करेगी’ रहे।
इस प्रतियोगिता में 32 प्रतिभागियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों के तर्क-वितर्क
के आधार पर जज डॉ. छवि मंगला व डॉ. संगीता मलिक ने परिणाम घोषित किया। प्रतियोगिता
विषय के पक्ष में प्रथम स्थान पर युक्ति, द्वितीय स्थान पर मिष्ठी तथा विपक्ष में प्रथम
स्थान पर मीशा, द्वितीय स्थान पर वरूण रहे। सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रथम स्थान
पर नव्या, द्वितीय स्थान पर पारूल तथा तृतीय स्थान पर कृशनांश रहे। इस अवसर पर मौजूद
डिबेटिंग सोसाइटी की संयोजिका डॉ. शम्मी नागपाल, वाणिज्य विभाग की इंचार्ज डॉ. रेनू
राठी व प्रबंधन, अर्थशास्त्र विभाग की इंचार्ज डॉ. सुरुचि शर्मा व सहायक प्राध्यापक
रितु, स्मृति, मानसी, डिम्पल, भावना, सीमा व दीपक ने विद्यार्थियों को इस तरह की प्रतियोगियों
में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
