
कानपुर, 16 जून (Udaipur Kiran) । हिंदुओं की जातियां पूछने वाले राहुल गांधी और अखिलेश यादव अब क्या मुस्लिम समाज की जातियां जानने का भी साहस दिखाएंगे? आज़ादी के बाद से कई नेता जाति के नाम पर केवल राजनीतिक लाभ लेते रहे हैं, पर जब सरकार वास्तविक आंकड़े सामने लाने की कोशिश कर रही है तो वे लोग मौन क्यों हैं? यह बातें सोमवार को कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना की अधिसूचना जारी किए जाने का हार्दिक स्वागत के साथ-साथ विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कही।
प्रकाश पाल ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना से अब यह भी स्पष्ट होगा कि मुस्लिम समाज के भीतर भी कौन-कौन से वर्ग सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, ताकि उन्हें यथोचित सहायता और योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी अब मुस्लिम समाज की जातिगत स्थिति जानने की अधिसूचना का भी स्वागत करेंगे, या फिर एक खास वर्ग की राजनीति तक ही सीमित रहेंगे? इंडी गठबंधन के किसी भी नेता का जातीय जनगणना पर स्वागत करने का बयान न आना भी देश की जनता देख रही है अब क्यों राहुल अखिलेश या अन्य इंडी गठबंधन के नेताओं के मुंह में दही जम गया है ।
प्रकाश पाल ने कहा कि भाजपा सरकार का यह निर्णय हर वर्ग को समान अवसर और न्याय दिलाने की दिशा में लिया गया है। यह केवल एक राजनीतिक कवायद नहीं, बल्कि समाज की वास्तविक स्थिति को जानने और सुधारने की एक ईमानदार पहल है। भविष्य में जातीय जनगणना के माध्यम से जब सभी समुदायों की सामाजिक स्थिति सामने आएगी, तो विकास की योजनाएँ अधिक प्रभावी और न्यायपूर्ण बन सकेंगे।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
