
— व्यापारी आयोग के गठन की मांग दोहराई, कहा- इससे बढ़ेगा विश्वास: अशोक अग्रहरि
वाराणसी, 22 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में सोमवार शाम व्यापारियों ने केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में दी गई राहत का स्वागत जोरदार ढंग से किया। इस अवसर पर सिगरा स्थित लोकमान्य तिलक प्रतिमा के समक्ष व्यापारी संगठनों ने आतिशबाजी कर हर्ष जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर जीएसटी में मिली राहत हेतु केंद्र सरकार का आभार नामक कार्यक्रम में नगर उद्योग व्यापार मंडल के मंडल अध्यक्ष संजीव बिल्लू ने केंद्र सरकार के निर्णय को सराहा और कहा कि इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता को भी बड़ी राहत मिली है।
उन्होंने साथ ही व्यापारी आयोग के गठन की बहुप्रतीक्षित मांग की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यदि यह मांग भी पूरी हो जाती है, तो व्यापारिक वर्ग का सरकार में विश्वास और अधिक बढ़ जाएगा। कार्यक्रम के संरक्षक अशोक अग्रहरि एवं मदन मोहन कपिल ने कहा कि जीएसटी में राहत सराहनीय कदम है, लेकिन व्यापारी आयोग की स्थापना से इस खुशी में चार चांद लग जाएंगे। इस दौरान उपाध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, राकेश मिड्ढा, शोभनाथ मौर्य, विनोद सिंह, मनोज दुबे, संजय बनर्जी, यादवेंद्र सिंह ने बताया कि ऑटोमोबाइल, बीमा, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य पदार्थों आदि में टैक्स राहत से मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को सीधा लाभ मिला है। मंडल पदाधिकारी राकेश गुप्ता, मनोज रावत, रोहित पाठक, विभूति मिश्रा, दीपक गुप्ता, जितेंद्र मौर्य, सिंधु सोनकर, सुरेश वाध्या, सरदार हरदयाल सिंह, सरदार विक्की भाटिया सहित कई व्यापारियों ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए इसे जनहित में लिया गया बड़ा कदम बताया। इस कार्यक्रम में चितईपुर व्यापार मंडल, वाराणसी टेंट एसोसिएशन, सिगरा-महमूरगंज व्यापार मंडल, बीज एवं कीटनाशक व्यापार मंडल, माधोपुर व्यापार मंडल, अर्दली बाजार व्यापार मंडल, सोनिया व्यापार मंडल, लघु उद्योग व्यापार मंडल, होटल एसोसिएशन, मालवीय मार्केट, लक्सा व्यापार मंडल, ट्रक एवं ट्रांसपोर्ट संगठन, चौक-मणिकर्णिका व्यापार मंडल सहित पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक्स, किराना, दवा, फर्नीचर, लकड़ी, मार्बल आदि से जुड़े व्यापारियों ने भी अपनी सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम का संयोजन सुमित मौर्या ‘निक्की’ एवं धन्यवाद ज्ञापन सत्यार्थ भारती ने किया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
