
मुंबई, 23 जून (Udaipur Kiran) । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को मुंबई में कहा कि भगवान महावीर द्वारा दिया गया ‘संवाद से समाधान’ का सिद्धांत आज के समय में अत्यंत उपयोगी और आवश्यक है। क्योंकि संतुष्ट समाज का निर्माण सशक्त संवाद से होता है।
ओम बिरला सोमवार को महावीरायतन फाउंडेशन की ओर से यशवंतराव चव्हाण सभागृह में आयोजित ‘संवाद से समाधान-एक परिचर्चा’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रश्न, समस्या, विकल्प का समाधान संवाद, चर्चा से ही निकलता है। भारत को दुनिया में लोकतंत्र की अवधारणा के लिए एक आदर्श माना जाता है और ‘संवाद से समाधान’ का यह सिद्धांत लोकतंत्र की अवधारणा में शामिल है। भारत की लोकतांत्रिक अवधारणा ने निश्चित रूप से हमारे देश की समस्त सांस्कृतिक, भाषाई और भौगोलिक विविधताओं को एक साथ रखते हुए सफलतापूर्वक आगे बढऩे में बड़ी भूमिका निभाई है। लोकतंत्र का सिद्धांत प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में समाया हुआ है। देश की विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और विविधताओं को एक-दूसरे से जोड़ने
का कार्य लोकतंत्र के कारण ही संभव हो पाया है। भारत ने लोकतंत्र की अवधारणा के माध्यम से पिछले 75 वर्षों की यात्रा में एक आदर्श का निर्माण किया है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं, हमारे देश की मूल विशेषता और संस्कृति लोकतंत्र है। एक मजबूत लोकतंत्र एक संतुष्ट, संवादशील समाज के निर्माण के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दुनिया भी उन देशों पर अधिक विश्वास करती है जिन्होंने लोकतंत्र की अवधारणा को अपनाया है। लोकतंत्र में संवाद का महत्व है। इसलिए गांव स्तर की पंचायत से लेकर देश की संसद तक किसी भी मुद्दे या विषय पर संवाद के माध्यम से चर्चा की जाती है। भगवान महावीर का दर्शन आज भी प्रासंगिक है और मनुष्य को मानवता की ओर ले जाने वाले विचार और सिद्धांत आज भी प्रासंगिक और उपयोगी हैं। महावीर के विभिन्न सिद्धांत, जिनमें ‘जियो और जीने दो’, अहिंसा, अपरिग्रह, संतोष की ओर संवाद आदि शामिल हैं, न केवल जैन समुदाय के लिए बल्कि पूरे मानव समाज के लिए दिशा-निर्देश हैं। संतोष की ओर संवाद के इस सिद्धांत की आज दुनिया को जरूरत है। क्योंकि संवाद से ही दुनिया की सभी शंकाओं, समस्याओं, चिंताओं और चुनौतियों का संतोषजनक समाधान मिल सकता है।
इस कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों के हाथों भारत गौरव पुस्तक का विमोचन किया गया। साथ ही, सामाजिक कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति प्रो. राम शिंदे, कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, सांसद मिलिंद देवड़ा, महावीरायतन फाउंडेशन के देवेंद्र ब्रह्मचारी और अन्य संबंधित गणमान्य उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) यादव
