
–ईमानदारी, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की संस्कृति को विकसित करने की प्रक्रिया : प्रो सुतावने–ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में तीन माह सतर्कता कार्यक्रम
प्रयागराज, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । सतर्कता केवल ‘विजिलेंस अवेयरनेस वीक’ तक सीमित वार्षिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है। केन्द्र सरकार के प्रत्येक अधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि वह ईमानदारी एवं उत्तरदायित्व की भावना को अपनाएं। सतर्कता जागरूकता के माध्यम से केन्द्र सरकार के कार्यालय न केवल प्रभावी सेवा प्रदान कर सकते हैं, बल्कि सार्वजनिक विश्वास को भी बनाए रखकर एक पारदर्शी, नैतिक एवं भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासनिक व्यवस्था के निर्माण में योगदान कर सकते हैं।
उक्त विचार उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज के उप मुख्य सतर्कता अधिकारी जितेन्द्र तिवारी ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद में “सतर्कता : हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर आयोजित व्याख्यान के दौरान व्यक्त किया। ट्रिपल आईटी झलवा परिसर में बुधवार की शाम तीन माह के निवारक सतर्कता अभियान के अंतर्गत आयोजित व्याख्यान में श्री तिवारी ने सतर्कता के विभिन्न पहलुओं, निवारक सतर्कता उपायों तथा भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के निर्माण में व्यक्ति एवं संगठन की साझा जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यालयों में सतर्कता केवल वैधानिक दायित्व नहीं, बल्कि सुशासन के सिद्धांतों को बनाए रखने का नैतिक कर्तव्य भी है।
इस अवसर पर ट्रिपल आईटी इलाहाबाद के निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावने ने कहा कि सतर्कता केवल भ्रष्टाचार रोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ईमानदारी, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की संस्कृति को विकसित करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि छोटी सी लापरवाही, पक्षपात या कदाचार न केवल आर्थिक हानि का कारण बनता है, बल्कि जनविश्वास को भी आघात पहुंचाता है। अतः प्रशासन, संचालन या सहयोग सेवाओं से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क मानसिकता अपनानी चाहिए।
संस्थान के मुख्य सतर्कता अधिकारी प्रो. रजत सिंह ने कहा कि ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में “सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025” 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक “सतर्कताः हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर मनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त अगस्त से प्रारंभ हुआ तीन माह का निवारक सतर्कता अभियान भी चल रहा है।
संस्थान के कुलसचिव प्रो. मंदर सुभाष कार्यकर्ते ने कहा कि सतर्कता केवल नामित अधिकारियों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने पारदर्शी कार्यप्रणाली, नैतिक निर्णय-प्रक्रिया एवं भ्रष्टाचार रोकने हेतु संस्थागत तंत्र को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
संस्थान के पीआरओ डॉ पंकज मिश्र ने बताया कि संस्थान में यह तीन माह का अभियान 18 अगस्त से 17 नवम्बर तक मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य संस्थागत कार्यप्रणाली में सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही को प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम में संस्थान के संकाय सदस्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
