
मीरजापुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । लालगंज थाना क्षेत्र के महुअट गांव में नेशनल हाईवे किनारे स्थित सम्राट हॉस्पिटल एक बार फिर चर्चाओं में है। बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम जब अचानक अस्पताल पहुंची, तो स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे थे डिप्टी सीएमओ डा. अवधेश कुमार सिंह, जो करीब आधे घंटे तक अस्पताल में रहे और संचालक अवधेश मौर्य से पूछताछ के बाद रवाना हो गए।
चौंकाने वाली बात यह रही कि पिछले हफ्ते 15 जुलाई को भी इस अस्पताल पर छापा पड़ा था, जहां न्यू पीएचसी मुड़पेली में तैनात सरकारी डॉक्टर डाॅ. मनीष कुमार को ड्यूटी समय में यहां निजी प्रैक्टिस करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। उस वक्त डिप्टी सीएमओ ने सख्त लहजे में फटकार लगाते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। कार्रवाई के दौरान बरौंधा चौकी प्रभारी राजकरण सिंह भी टीम के साथ मौजूद रहे, जिससे कार्रवाई की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
ग्रामीणों में गर्म रही चर्चाएं, फोन कॉल बना रहस्य
इस बार की कार्रवाई को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि टीम अस्पताल को सील करने आई थी, लेकिन जिला स्तर के किसी बड़े नेता का फोन आने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया और टीम कुछ ही देर में वहां से निकल गई। हालाँकि डिप्टी सीएमओ ने इन चर्चाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि आईजीआरएस पर दर्ज शिकायत की जांच के लिए हम आए थे, रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी जाएगी।
झोलाछापों में मचा हड़कंप
जांच टीम के पहुंचते ही सम्राट हाॅस्पिटल ही नहीं, बल्कि बरौंधा सहित आसपास के गांवों में अवैध रूप से चल रहे क्लीनिक संचालकों में भी खलबली मच गई। हालांकि टीम के लौटने के बाद इन सभी ने चैन की सांस ली।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
