
965 अफगान विद्यार्थी कर चुके अब तक आवेदन
हिसार, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
की ओर विदेशी विद्यार्थियों का रूझान लगातार बढ़ रहा है। इस वर्ष विश्वविद्यालय में
अफगान विद्यार्थियों के रिकॉर्ड 965 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर
पर विश्वविद्यालय की लोकप्रियता का प्रमाण है। अफगान विद्यार्थियों के लिए दाखिला लेने
की अंतिम तिथि 15 सितंबर है।
कुलपति प्रो. नरसीराम विश्नोई ने बताया कि ई-विद्या भारती नेटवर्क परियोजना
के अंतर्गत विदेश मंत्रालय द्वारा अफगान नागरिकों को भारत के 9 विश्वविद्यालयों में
अध्ययन हेतु छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। गुजविप्रौवि भी इन विश्वविद्यालयों में
शामिल है। ये प्रवेश विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन के माध्यम
से भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के तहत दिए जा रहे हैं।
दो वर्षों में हुई है अभूतपूर्व वृद्धि
कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने बुधवार काे बताया कि दो वर्ष पहले विश्वविद्यालय को अफगान
विद्यार्थियों के 250 आवेदन प्राप्त हुए थे। पिछले वर्ष यह संख्या बढ़कर 500 हो गई थी।
इस वर्ष विभिन्न कोेर्सों में अब तक 965 आवेदन आ चुके हैं। यह संख्या अभी और बढ़ेगी।
एमकॉम (दो वर्ष) में 63, एमसीए में 210, एमबीए (दो वर्ष) में 443 तथा बीकॉम (जनरल)
(तीन वर्ष) में 249 विद्यार्थी दाखिला ले चुके हैं।
अब तक विश्वविद्यालय बीकॉम और एमबीए ऑनलाइन कार्यक्रम प्रदान कर रहा था। हाल
ही में विश्वविद्यालय को एमसीए और एमकॉम कार्यक्रमों में प्रवेश देने की अनुमति भी
प्राप्त हो गई है। इससे छात्रों को उच्च गुणवत्ता और सुलभ शिक्षा प्राप्त करने का और
अवसर मिलेगा।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि हमारा उद्देश्य विश्व स्तर पर गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा को अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंचाना है। निदेशक प्रो. खुजान सिंह ने कहा कि गुजविप्रौवि ने असाइनमेंट, एग्जाम, बुक्स
और एडमिशन प्रकिया को अत्यंत सरल व सुलभ बनाया है। जिससे विद्यार्थियों को बार-बार
कम्यूटर सैंटर नहीं जाना पड़ता। गुजविप्रौवि की शिक्षा न उच्च स्तर की होती है, बल्कि
अपेक्षाकृत सस्ती भी पड़ती है। यही कारण है कि विश्वविद्यालय के प्रति विद्यार्थियों
को रूझान लगातार बढ़ रहा है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
