
गुवाहाटी, 10 नवम्बर (Udaipur Kiran) । पूर्व भाजपा विधायक शिलादित्य देव ने एक बार फिर असम की राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य की मतदाता सूची में भारी अनियमितताएं हुई हैं और बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों को भारतीय मतदाता बना दिया गया है।
गुवाहाटी में संवाददाता सम्मेलन में देव ने कहा कि असम की वोटर लिस्ट सही नहीं है। हमने 80 लाख बांग्लादेशी या ईस्ट पाकिस्तानी मुसलमानों को भारतीय नागरिक बना दिया है। एनआरसी उन्हें पहचानने में असफल रही।
उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2019 में उच्चतम न्यायालय की निगरानी में प्रकाशित एनआरसी “त्रुटिपूर्ण” है और यह राज्य की जमीनी हकीकत को प्रदर्शित नहीं करती। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सैफुर रहमान तालुकदार जैसे नामों का सूची में शामिल होना इस प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
देव ने कहा कि असम की एनआरसी गलतियों से भरी है। यदि सैफुर रहमान तालुकदार जैसे नाम भी सूची में हैं, तो यह पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर संदेह पैदा करता है।
उन्होंने पूरे देश में एक नई और सख्त सत्यापन प्रणाली के साथ एनआरसी लागू करने की मांग की। देव के अनुसार, असम का अनुभव पूरे भारत के लिए सीख होना चाहिए। हमें पूरे देश में एक नया, पारदर्शी और कठोर एनआरसी तैयार करना चाहिए।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि राज्य की कांग्रेस नेतृत्व को राजनीति की समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां के कांग्रेस अध्यक्ष राजनीति नहीं समझते, वे बच्चों की तरह खेल करते हुए दिखाई देते हैं।
उल्लेखनीय है कि 31 अगस्त, 2019 को प्रकाशित एनआरसी से 3.3 करोड़ आवेदकों में से लगभग 19 लाख लोगों के नाम बाहर रह गए थे। राज्य सरकार और केंद्र, दोनों ने ही इस सूची पर असंतोष जताया है। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने भी इसे “त्रुटिपूर्ण” बताते हुए इसके पुनः सत्यापन की मांग की थी।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश