धर्मशाला, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला की जयसिंहपुर तहसील के लिए ‘माई डीड’ एनजीडीआरएस (नेशनल जेनरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पायलट प्रोजेक्ट का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। अब इस क्षेत्र के नागरिकों को अपनी जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए केवल एक बार कार्यालय जाना होगा। वे किसी भी समय और कहीं से भी भूमि पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकेंगे, जिससे उनका समय और श्रम बचेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार राजस्व विभाग के कार्यों को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ई-रोजनामचा वाक्याती से पटवारियों को प्रतिदिन की गतिविधियों का डिजिटल रिकॉर्ड रखने में सुविधा मिलेगी, जबकि कारगुजारी प्रणाली से वे अपनी दैनिक हाजिरी ऑनलाइन लगा सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से अब तहसीलदार भी अपने कार्यों की निगरानी अधिक प्रभावी ढंग से कर सकेंगे।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि राजस्व विभाग के तहत भूमि से संबंधित लंबित मामलों के शीघ्र निपटाने के लिए भी सभी उपमंडलाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही नियमित तौर पर राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक भी आयोजित की जा रही है ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि ये डिजिटल सुधार लोगों की सरकारी कार्यालयों में बार-बार जाने की आवश्यकता को कम करेंगे। इन प्रयासों से जन समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा और लोगों को राहत मिलेगी।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
