शिमला, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना को और अधिक प्रभावशाली और सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब पात्र लाभार्थियों के लिए हिमकेयर कार्ड पूरे वर्ष बनाए जा सकेंगे, जिससे उन्हें समय पर और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
सरकार के प्रवक्ता ने साेमवार काे बताया कि अब हिमकेयर कार्ड हर साल चार बार मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में बनाए जाएंगे। इन महीनों में पोर्टल एक माह के लिए खुलेगा। इसके अतिरिक्त विशेष परिस्थितियों में गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य और चिकित्सा अधीक्षक साल भर किसी भी समय कार्ड बना सकेंगे। यह सुविधा जुलाई 2025 से प्रभावी होगी। इस माह (जुलाई) में भी पोर्टल खुला है और लोग कार्ड बनवा सकते हैं।
उन्हाेंने बताया कि अब तक हिमकेयर योजना के अंतर्गत 5.80 लाख से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है जिस पर लगभग 810 करोड़ का व्यय हुआ है। वर्तमान में 5.26 लाख परिवार हिमकेयर योजना से जुड़े हुए हैं। एक कार्ड एक वर्ष के लिए वैध रहता है और एक परिवार के अधिकतम पांच सदस्य इससे लाभान्वित हो सकते हैं।
लोग अब पूरे वर्ष हिमकेयर कार्ड का नवीनीकरण भी करवा सकते हैं। यदि किसी का कार्ड समाप्त हो जाता है तो उसका नवीनीकरण भी तिमाही आधार पर मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में किया जा सकेगा।
उन्हाेंने बताय ाकि हिमकेयर कार्ड योजना के तहत बीपीएल, मनरेगा मजदूर, रेहड़ी-फड़ी वाले, अनाथ और जेल कैदी जैसे वर्गों को निःशुल्क कार्ड प्रदान किए जाते हैं। एकल महिलाएं, अनुबंध व आउटसोर्स कर्मचारी, 40 फीसदी या अधिक दिव्यांगजन, मिड-डे मील वर्कर, अंशकालिक व दिहाड़ी श्रमिकों से ₹365 शुल्क लिया जाता है, जबकि अन्य पात्र वर्गों से ₹1,000 शुल्क निर्धारित है।
प्रदेश में 3,227 बीमारियों का मुफ्त इलाज इस योजना के अंतर्गत उपलब्ध है। 136 सरकारी संस्थानों सहित पीजीआई चंडीगढ़, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल चंडीगढ़, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, न्यू चंडीगढ़ जैसे बड़े अस्पतालों में भी हिमकेयर कार्ड धारकों को निःशुल्क इलाज मिल रहा है। इसके अलावा प्रदेश के सभी निजी संस्थानों में डायलिसिस सेवाएं भी मुफ्त प्रदान की जा रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
