
पूर्वी चंपारण,11 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेपाल में जेन-जी आंदोलन के दौरान बड़े पैमाने पर जेल ब्रेक की घटना हुई है। जिसके बाद जेल में बंद बड़ी संख्या में कैदी फरार हो गये है। इन कैदियो में कई कुख्यात अंडरवर्ल्ड डाॅन,ड्रग्स और स्वर्ण तस्कर भी शामिल है।
इन कैदियो के भागने की सूचना के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा चौकस कर दिया गया है। इस बीच यह जानकारी मिली है,कि बुधवार को नेपाल के रसुवा जेल ब्रेक के बाद कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन उदय सेठी फरार हो गया। अपहरण और फिरौती के मामलों में दोषी पाते हुए नेपाल की अदालत ने उदय को 32 साल की सजा सुनाई थी।
नेपाल के पत्रकार कुमार अखिल ने बताया कि मूलत: मुम्बई का रहने वाला उदय 2010 तक नेपाल में अपहरण का बड़ा नेटवर्क संचालित करता था। वह नेपाल में रहकर अपने साथी अमर टंडन, प्रह्लाद महंत, विष्णु जिसी, बुढाथो की, विकास कार्की, सोल्टी उर्फ टासी गुरुंग, विनोद कार्की और अनिल गुरुंग के जरिए अपहरण और वसूली कराता था। इस गिरोह के निशाने पर मुख्यत: डॉक्टर,उद्योगपति और व्यापारी होते थे। इसके साथ ही ड्रग्स पैडलरो के साथ भी उसके रिश्ते थे। नेपाल पुलिस ने उसे 2010 में गिरफ्तार किया था।
पत्रकार विकास गुरूंग बताते है,कि उदय को पहले नख्खु जेल में रखा गया था, लेकिन वहां लगातार झड़प और दबदबा बनाने की कोशिश के कारण उसे रसुवा जेल शिफ्ट किया गया था। यह नेपाल में एक खतरनाक गैंग को लीड करता था,उस पर नेपाल के ओमकार भट्टचन, पशुपति पेंट्स के मालिक महेश मुरारका, शिव सरावगी, सुमीत शेरचन, पवन अग्रवाल, अमित्य गुरुंग, उमेश गर्ग, दिलीप अग्रवाल, ईश्वरदत्त पांडे और टिकाराम अर्याल जैसे कई बड़े उधोगपतियो के अपहरण का आरोप है।
इसके साथ ही उस पर रंगदारी नही देने पर कई उधोगपतियो के हत्या करने के भी आरोप है।जेल ब्रेक के बाद वह भारत की ओर रूख कर सकता है।क्योकी उसके कई साथी नेपाल में वारदात करने के बाद भारत में रह रहे है,जिसमे उसका एक साथी अमर टंडन शामिल है।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
